विकास कार्यों में आ रही रूकावट से नाराज नगरपरिषद के प्रतिनिधि
सीएमओ को पत्र सौंपते अध्यक्ष और पार्षद
सीएमओ को पत्र सौंपते अध्यक्ष और पार्षद
बैठक कार्रवाई में नहीं रखी गई विवरण पंजी टीकमगढ़. नगरपरिषद बड़ागांव धसान करीब एक महीने से विवादों में चल रही है। सीएमओ और नगरपरिषद जनप्रतिनिधियों का विवाद विकास कार्य और अवैध निर्माण कार्यों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसकी शिकायत सभी जनप्रतिनिधियों ने मिलकर वरिष्ठ अधिकारियों से की। उसके लिए विशेष सम्मेलन की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। लेकिन सीएमओ ने कार्रवाई विवरण पंजी को बैठक में नहीं रखा और ना ही हस्ताक्षर करवाए गए है। ऐसी स्थिति में परिषद द्वारा पारित प्रस्ताव पंजी में जोडऩे के लिए हस्ताक्षर सहित पत्र दिया है।
नगरपरिषद अध्यक्ष भारती प्रजापति, विधायक प्रतिनिधि अंकित जैन, उपाध्यक्ष फूलवती असाटी, वार्ड १२ पार्षद अजीज खान, वार्ड ११ पार्षद जितेंद्र जैन, वार्ड तीन पार्षद सुनील रैकवार, वार्ड ८ पार्षद ब्रजेश पटेल, वार्ड ५ पार्षद कमलेश सिंह गौड़, वार्ड ९ पार्षद मोहन अहिरवार, वार्ड १ पार्षद सुखवती विश्वकर्मा, वार्ड १४ पार्षद रेखा चौरयाल, वार्ड १० पार्षद जीराबाई, वार्ड १३ पार्षद गीता नामदेव, वार्ड दो पार्षद भाकुंवर राठौर, वार्ड ६ पार्षद गंगनदीप फणींद्र, और वार्ड १५ पार्षद राकेश यादव ने बताया कि २४ दिसंबर दोपहर ३ बजे नगरपरिषद बड़ागांव धसान में बैठक आयोजित करने के लिए आदेर्शित किया गया था। बैठक में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पार्षद एकत्र हुए। सभी ने चर्चा करते हुए कहा कि सीएमओ द्वारा आवास राशि के भुगतान, भंडारण स्टोर सामग्री क्रय, विकास कार्य बिजली बिल भुगतान में वित्तीय अनियमिताएं और नामांतरण न करना, बैंक खाते की जानकारी न देना, अवैध नल कनेक्शन पर कार्रवाई न करना, अवैध मकान निर्माण को ना रोकना, दुकानों की नीलामी न करना, विकास कार्य समय पर न करना, पेयजल व्यवस्था में सुधार ना लाना, साफ-सफाई न करना, वाहनों के डीजल में अधिक व्यय करना, पीआईसी बैठक के लिए पंजी पेश न करना, साधारण सभा की बैठक समय पर न करना, पंजी में पारित प्रस्ताव को न जोडऩे से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षद परेशान है। जिसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई थी।
अध्यक्ष और पार्षदों का कहना था कि धारा ८९ के पालन में नगरपरिषद सीएमओ को पद से हटाए जाने का विकल्प है। जिसके लिए सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। उनके से बैठक पंजी की मांग की गई, लेकिन उनके द्वारा लिखने और पंजी देने से मना कर दिया। इसके बाद सभी ने बैठक की कार्रवाई अलग कागज करने का प्रस्ताव पारित किया और बैठक पंजी में लगा दिया।
इनका कहना
अध्यक्ष और पार्षद सहित ग्यारह लोगों द्वारा कलेक्टर से विशेष सम्मेलन कराने के लिए पत्र दिया था। देखा तो हस्ताक्षर पंजी में आठ लोगों के हस्ताक्षर थे। मामले को लेकर परियोजना अधिकारी को पत्र दिया, लेकिन उनके द्वारा विशेष सम्मेलन के लिए एजेंडा जारी नहीं किया गया। जिसके कारण सम्मेलन नहीं किया गया है। बैठक बुलाने के लिए एक तिहाई बहुमत की जरुरत होगी है। २४ दिसंबर की बैठक में ११ लोगों के हस्ताक्षर मिले है।
ज्योति सुनेरे, सीएमओ नगरपरिषद बड़ागांव धसान टीकमगढ़।
Hindi News / Tikamgarh / विकास कार्यों में आ रही रूकावट से नाराज नगरपरिषद के प्रतिनिधि