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टीकमगढ़

बूंद बूंद के लिए तरस जाता है आदिवासी मोहल्ला

आदिवासी मोहल्ला की स्थिति

टीकमगढ़Nov 14, 2024 / 11:07 am

akhilesh lodhi

आदिवासी मोहल्ला की स्थिति

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30 वर्षों से नहीं हो पाया पेयजल का इंतजाम

टीकमगढ़. जिले में पानी की कमी नहीं है, फिर भी आदिवासी मोहल्ला के लोगों को बूंद बूंद के लिए तरसना पड़ता है। नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड २६ में ऐसा ही हो रहा है। यहां के निवासी करीब ३० सालों से परेशान है, उनकी प्यास हैंडपंप और कुआं से बुझ रही है। हाल ही में चार हैंडपंप लगे है, जिनमें से कुछ खराब पड़े है।
नीम के पेड नीचे बैठे किशोरी आदिवासी और गंगाराम कुशवाहा बताते है कि नगर के दो वार्डों के मोहल्ला की करीब ८ हजार आबादी सालों से बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही है। पीने के पानी के लिए लोग सार्वजनिक हैंडपंपों पर निर्भर है। महिलाओं को हैंडपंपों से दिनभर पानी लाने को मजबूर होना पड़ता है। महिलाओं को घरेलू कार्य के लिए भी पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती। मोहल्ले के लोग कई सालों से नगर पालिका को शिकायत कर आ रहे है। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। भयंकर गर्मियों के समय तो आम जन जीवन तितर बितर हो जाता है।
२७ वाडों में से दो वार्ड के मोहल्ला में पेयजल समस्या
राजू आदिवासी और कमलेश कुशवाहा बताते है कि नगरपालिका क्षेत्र में २७ वार्ड है। इन सभी वार्डों में से वार्ड २६ का आदिवासी मोहल्ला और वार्ड एक का कुशवाहा मोहल्ला बगैर पाइप लाइन के संचालित हो रहा है। इन वार्डों में हमेशा पानी की समस्या बनी रहती है। नगर पालिका द्वारा सिर्फ गर्मियों में कुछ टैंकर ही सप्लाई किए जाते है। जिनसे पेयजल की समस्या का कुछ हद तक समाधन किया जाता है।
इन मोहल्ला में यह है जन संख्या
मोहल्ला के बृजुर्ग किशोरी आदिवासी ने बताया कि अध्योध्या बस्ती आदिवासी मोहल्ला में १८०० की वोटिंग है और ४ हजार से अधिक जनसंख्या है। यही स्थिति अनगढ़ कुशवाहा मोहल्ला की है। लेकिन अन्य वार्डों की तरह सुविधाएं नहीं है। जबकि वोट नगरपालिका के लिए दिया जाता है और यहां सिर्फ नाम के लिए जुड़े है। लेकिन सुविधाएं गांव से भी खराब है।
५५ लाख लीटर सप्लाई होता है शहर में पानी
नगरपालिका के कर्मचारियों ने बताया कि शहर के वार्डों के लिए प्रतिदिन ५५ लाख लीटर पानी बरीघाट प्लांट से सप्लाई होता है। जिसमें हजारों लीटर पानी लीकेजों से बर्बाद हो रहा है। लेकिन इन वार्डों के मोहल्लों में आज तक पाइप लाइन नहीं बिछा पाए है। गर्मियों में इन मोहल्लों की सबसे खराब स्थिति बन जाती है।
इनका कहना
नया बस स्टैंड के पीछे पानी की टंकी स्वीकृत हो गई है। इस पानी की टंकी से अमृत टू योजना के तहते आदिवासी मोहल्ला में पानी सप्लाई किया जाएगा। उसके लिए टेंडर भी जारी किए गए है। इस सत्र में इन मोहल्लों में पानी पहुंचाया जाएगा।
अनिल श्रीवास्तव,जल प्रदाय अधिकारी नगरपालिका टीकमगढ़।

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