किसानों का कहना था कि सर्वे कार्य शुरू हो गया है। अभी नुकसान का पूरा आंकलन नहीं हो पाएगा। जब फ सलें सूखेंगी, तब ही सही नुकसान समझ में आएगा। जो फ सलें अभी खेतों में आड़ी पड़ी हैं, खड़ी हो भी जाएं तो कटाई के बाद थ्रेसिंग करने पर दाने की रंगत बताएगी कि नुकसान कितना हुआ। जो फ सलें खड़ी नहीं हो सकेंगी उनका तो सीधा नुकसान सामने ही दिखाई दे रहा है। मामले को लेकर टीकमगढ़ एसडीएम से संपर्क किया गया, लेकिन उनके द्वारा जबाव नहीं दिया गया।
इनका कहना
बल्देवगढ़ और खरगापुर में दो-दो सर्किल है। उन सर्किलों में कृषि विभाग, राजस्व विभाग के साथ अन्य विभागों के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उनके द्वारा फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है।
सौरभ कुमार मिश्रा, एसडीएम बल्देवगढ़।
डॉ अभिजीत सिंह, एसडीएम जतारा।