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टीकमगढ़

बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की बालियों में दिखाई देने लगा कालापन

रबी फसलों पर बारिश और ओलावृष्टि के दाग दिखाई देने लगे है। फसलें टूट गई है और बालिया काली पड़ गई है। जिसमें अनाज की चपक पर असर पडऩे की संभावना जताई जा रही है। उसको लेकर विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है।

टीकमगढ़Mar 23, 2023 / 07:58 pm

akhilesh lodhi

 The survey work of loss of crops has started, after the survey the loss will be assessed

The survey work of loss of crops has started, after the survey the loss will be assessed


्टीकमगढ़. रबी फसलों पर बारिश और ओलावृष्टि के दाग दिखाई देने लगे है। फसलें टूट गई है और बालिया काली पड़ गई है। जिसमें अनाज की चपक पर असर पडऩे की संभावना जताई जा रही है। उसको लेकर विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है। जिसमें गेहूं के साथ अन्य फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। अब जिले में सर्वे के बाद ही पता चलेगा की कितने हेक्टेयर में कितना नुकसान हुआ है।
जिले में पांच दिन हुई बेहताशा बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों में तबाही मचा दी है। जिसमें कई हेक्टेयर की फसलें आड़ी हो गई है। सैकड़ों किसानों के खेतों में खड़ी फसलें कई जगहों से टूट गई है। जिसमें गेहूं की फलियां भी खेतों में टूटी पड़ी है। यह नुकसान सर्वे के बाद पता चलेगा कि कितने हेक्टेयर में हुआ है। कई खेतों की बालियां काली दिखाई देनेेे लगी है। जिसकी चमक पर असर पडऩे की संभावना दिखाई देने लगी है।
चमक गिरी तो दाम भी गिरेंगे
किसानों का कहना था कि दाने की चमक कमजोर हुई तो उपज के दाम भी गिरेंगे। अभी तक जो किसान मंडियों में अच्छे दाम पर उपज बेचने का सपना देख रहे थे, उनका यह सपना पांच दिन की बारिश में टूट गया है। जिन क्षेत्रों में ओलावृष्टि नहीं हुई और बारिश भी कम हुई, वहां किसान तेजी से फ सल कटाई में जुटे हुए हैं।
बालियों पर दिखने लगा कालापन
कटाई की तैयारियां किसानों ने तेज कर दी थी। उसके बाद बादल आसमान में दिखाई देने लगे, लेकिन किसानों ने कटाई बंद नहीं की। उसके बाद बारिश शुरू हुई। फिर धूप निकल आई और फिर बारिश और ओलावृष्टि हुई। पांच दिनों की बारिश से गेहूं की बालियां काली पड़ गई है। जिसको लेकर किसानों क ा चिंता सताने लगी है।
शुरू हुआ सर्वे कार्य
टीकमगढ़, बल्देवगढ़, पलेरा और जतारा में सर्किल स्तर पर कृषि विभाग, राजस्व विभाग के साथ अन्य विभाग के कर्मचारियों को शामिल किया गया है। उनके द्वारा सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही किसान और पटवारियों को मौके पर वरिष्ट अधिकारियों द्वारा पहुंचाया जा रहा है।
फसले सूखने के बाद समझ में आएगा नुकसान
किसानों का कहना था कि सर्वे कार्य शुरू हो गया है। अभी नुकसान का पूरा आंकलन नहीं हो पाएगा। जब फ सलें सूखेंगी, तब ही सही नुकसान समझ में आएगा। जो फ सलें अभी खेतों में आड़ी पड़ी हैं, खड़ी हो भी जाएं तो कटाई के बाद थ्रेसिंग करने पर दाने की रंगत बताएगी कि नुकसान कितना हुआ। जो फ सलें खड़ी नहीं हो सकेंगी उनका तो सीधा नुकसान सामने ही दिखाई दे रहा है। मामले को लेकर टीकमगढ़ एसडीएम से संपर्क किया गया, लेकिन उनके द्वारा जबाव नहीं दिया गया।
इनका कहना
बल्देवगढ़ और खरगापुर में दो-दो सर्किल है। उन सर्किलों में कृषि विभाग, राजस्व विभाग के साथ अन्य विभागों के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। उनके द्वारा फसलों के नुकसान का सर्वे किया जा रहा है।
सौरभ कुमार मिश्रा, एसडीएम बल्देवगढ़।
बेमौसम हुई बारिश से रबी फसलों को नुकसान हुआ है। उनका सर्वे कार्य किया जा रहा है। सर्वे के बाद रिपोर्ट बनाई जाएगी। उसके बाद वरिष्ट अधिकारियों को दी जाएगी। फिर किसानों को फसलों के नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा।
डॉ अभिजीत सिंह, एसडीएम जतारा।
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