उन्होंने बताया कि छात्रों को २१ वीं सदी के स्किल्स एवं डिजीटल लिट्रेसी के विकास में कंप्यूटर संबंधी आधारभूत ज्ञान होना चाहिए। छात्रों को सामान्य जानकारी दी जाएगी। जिसमें हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, इनपुट और आउटपुट डिवाईज के साथ कंप्यूटर के बारे में बताया जाएगा। उनका कहना था कि वर्ड प्रोसेसिंग, डाटा प्रोसेसिंग, प्रस्तुतीकरण, प्रोग्रामिंग, साइबर सिक्योरिटी, इंटरनेट, इमेज प्रोसेसिंग एवं मल्टीमीडिया, आईसीटी समर्थित शिक्षा के लिए डिजीटल प्लेटफार्म, एप्लीकेशन का उपयोग किया जाएगा।
आईसीटी योजना में छात्रों को योजना के तहत स्कूलों को प्रदत्त सामग्री का विवरण, लैब व्यवस्था, उपकरणों की देखरेख, साफ- सफाई एवं सुरक्षा, स्मार्ट टेलीविजन का परिचय एवं शिक्षण में उपयोग, डिजीटल पेड का परिचय एवं शिक्षा का उपयोग, स्टोरेज डिवाइज का परिचय, उपकरण खराब होने की स्थिति में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया, लैब के समुचित उपयोग के लिए समय सारिणी तैयार करना, पाठ्यक्रम का अध्यापन, कंप्यूटर में फाइल और फोल्डर मैनेजमेंट, छात्रों द्वारा किए गए कार्य, एलएमएच का परिचय, कक्षा शिक्षण में डिजीटल कंटेंट, इंटरनेट कनेक्शन एवं उपयोग, साइबर सुरक्षा, कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर के साथ अन्य पाठ्यक्रमों को पढ़ाया जाएगा।
इन कक्षाओं में २८ यूनिट पढ़ाए जाएंगे। सोमवा को कक्षा कक्षा ६ वीं से ९ वीं तक और मंगलवार को कक्षा १० वीं से १२ तक की कक्षाओं को लगाया जाएगा। छात्रों को पढ़ाने के लिए प्राचार्य, कंप्यूटर लैब प्रभारी शिक्षक एवं कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर की दो दिनों की ९ नबंवर से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अनूप कुमार शर्मा, प्रभारी जिला आईटी सेल टीकमगढ़।