बताया गया कि टीकमगढ़, बल्देवगढ़, पलेरा और जतारा विकासखंड में ३९ प्री-प्राइमरी स्कूलों खोलने के निर्देश दिए थे। वहां के स्थानों का चयन भी कर लिया है। कई स्कूलों में बच्चों ने प्रवेश ले लिया है और कई प्रवेश लेने के लिए तैयार है, लेकिन व्यवस्थाएं नहीं होने से कार्रवाई आगे नहीं बढ़ रही है। यहां तक वैदऊ, गौटेट, पैतपुरा, लखौरा के साथ अन्य प्रधानाध्यापक को जानकारी तक नहीं है। जबकि एक जुलाई से स्कूल खोले जाने के निर्देश थे।
जानकारी के अनुसार एक जुलाई से जिले के चयनित सरकारी स्कूलों में नर्सरी, केजी-1 और केजी-2 की कक्षाएं शुरू की गई है। समग्र शिक्षा के तहत राहत स्कूलों का चयन किया गया है। इस सत्र में जिले के ३९ स्कूलों में कक्षाएं संचालित करने की स्वीकृति मिली है, लेकिन जागरूकता की कमी के चलते अब तक प्रवेश ने गति नहीं पकड़ी है। वहीं छात्रों को मध्यान्ह भोजन कराने की कोई व्यवस्था नहीं है। पैतपुरा स्कूल के प्रा
स्कूल का चयन प्री प्राइमरी स्कूल में चयन हो गया है, लेकिन स्कूल का शुभारंभ नहीं किया गया है। वही आसपास के शिक्षकों ने भी यही हाल बताया है।
जीवन लाल अहिरवार, प्रधानध्यापक गौटेट।
गोरी शंकर वंशकार, प्रधानध्यापक कुडीला।
पीआर त्रिापाठी, डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।