एमपी में कलेक्टर पर लगा 50 हजार रूपए का जुर्माना, आखिर क्या है मामला ?
विभाग से मिली जानकारी अनुसार 711 महिलाओं ने प्रदेश के महत्वाकांक्षी योजना का परित्याग कर दिया है। वह अब इस योजना का लाभ नहीं लेंगी। इसमें नौकरी लगने वाली, व्यवसाय करने वाली और जरूरत न होने वाली महिलाएं हैं। 78 महिलाओं की समग्र आईडी हट गई और 346 महिलाओं की डीबीटी नहीं हो पाई है। महिला बाल विकास अधिकारी टीकमगढ़ ऋतुजा चौहान ने बताया कि योजना का परित्याग करने के लिए राज्य स्तर से लिंक आई थी, उसी के आधार पर योजना में लाड़ली बहना का परित्याग किया गया है। आधार कार्ड की जन्मतिथि अनुसार ऑटोमेटिक नाम हट जाते हैं। पात्र महिलाओं को जो भी समस्याएं आ रही हैं। उनका समाधान किया जाएगा।