टीकमगढ़ से निवाड़ी की लगभग 80 किमी की दूरी एवं अन्य भौगोलिक समस्याओं को देखते हुए तमाम विरोध के बाद भी दो वर्ष पूर्व निवाड़ी जिला बनाया गया था। प्रदेश के सबसे छोटे जिले के रुप में नक्शे पर आने के बाद अब भी यहां के लोगों को वह सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, जिनके लिए निवाड़ी को पृथक जिले का दर्जा दिया गया था। यहां पर कलेक्टर एवं एसपी की पदस्थापना को छोड़ अन्य किसी अधिकारी की आज तक पदास्थापना नहीं हो सकी है। जिला पंचायत सहित तमाम विभागों के काम के लिए अब भी जिला पूरी तरह से टीकमगढ़ जिले के अधिकारियों पर आश्रित बना हुआ है।
एक साल पहले आया था आदेश
नवनिर्मित जिला बनने के बाद निवाड़ी आरटीओ ऑफिस खोलने के लिए ग्वालियर परिवहन आयुक्त ने 15 जुलाई 2019 को पत्र जारी किया था। इस पत्र में बताया गया था कि नवनिर्मित जिले निवाड़ी में परिवहन कार्यालय शुरू करने की प्रशासकीय स्वीकृति आपेक्षित है। इसी की प्रत्याशा में निवाड़ी में सहायक क्षेत्र परिवहन अधिकारी के रुप में राकेश कुमार आहके के साथ ही दो लिपिक एवं एक भृत्य की पदस्थापना की गई थी। यह आदेश होने के बाद लगभग पूरा एक साल का समय गुजर चुका है, लेकिन न किसी ने भी निवाड़ी जिले में अपनी आदम नहीं दी है।
किसी का नहीं ध्यान
आरटीओ के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों की तैनाती के एक साल बाद भी किसी की आदम न होने के बाद भी न तो जिले के जनप्रतिनिधियों का इस पर ध्यान है और न ही प्रशासनिक अधिकारियों का। ऐसे मेें जिले में कैसे सभी विभागों का व्यवस्थित संचालन होगा और कैसे लोगों को सुविधा मिलेगी, यह समझ से परे बना हुआ है। इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक मुख्यमंत्री से चर्चा कर शीघ्र ही सभी कार्यालयों का विधिवत संचालन कराने की बात कह रहे है।
ऐसे जिले का क्या महात्व
दो साल बाद भी जिला मुख्यालय पर सभी विभागों के कार्यालय संचालित न होने पर लोगों का कहना है कि ऐसे जिले का क्या औचित्य है। यह तो केवल नाम के लिए जिला बनाया गया है। जिले के अब भी तमाम विभाग पूरी तरह से टीकमगढ़ के आश्रित ही है। तीन माह पूर्व हुए ओरछा महोत्सव के समय भी तमाम कामों के लिए टीकमगढ़ पर ही आश्रित रहना पड़ा था। वहीं अब भी वहीं हाल है। ऐसे में लोगों ने जिले में सभी कार्यालय शुरू कराने की मांग की है।
कहते है अधिकारी
कुछ समय पहले आरटीओ को लेकर पत्राचार हुआ था। जब से कोई पत्राचार नहीं हुआ है। यहां पर अधिकारी की नियुक्ति की तो की गई थी, लेकिन किसी ने ज्वाइन नहीं किया था।- अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर, निवाड़ी।
आरटीओ ऑफिस के संबंध में आए आदेश की मुझे जानकारी नहीं है। इस संबंध में आज ही मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। अन्य कार्यालय भी विधिवत प्रारंभ हो, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।- अनिल जैन, विधायक, निवाड़ी।