स्थानीय लोगों ने बताया कि पुराना बस स्टैंड सागर हाइवे लगता है। यहां पर सुविधा घर और बारिश धूप से बचने के लिए सुरिक्षत स्थान नहीं है। वहां पर सुविधा घर, टीनशेड का प्लेटफार्म के साथ अन्य निर्माण कार्य ५९ लाख में किए जाने थे। उस निर्माण के लिए एक साल पहले टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हो गई थी। लेकिन उस जमीन का सीमांकन नहीं किया जा रहा है। जबकि ठेकेदार से अनुबंध के साथ अन्य प्रक्रियाएं संपन्न करा ली गई है।
नगर के भइयन चोरयाल, मोहन चोरयाल, घनश्याम कुशवाहा, उमेश मिश्रा, शोभाराम विश्वकर्मा और गोविंद्र माली ने बताया कि वर्ष २०२३ में पुराने बस स्टैंड पर महिलाओं के लिए सुविधा घर और अन्य निर्माण कार्य कराए जाने थे। वहां का सीमांकन कराने संबंधित फर्म द्वारा पत्र जारी किया। उसके बावजूद जिम्मेदारों द्वारा सीमांकन नहीं कराया गया। जिसके कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाए है। वहीं टीकमगढ़ रोड पर नया बस स्टैंड का निर्माण कराया जाना था। काम शुरू हुआ, लेकिन सात साल बाद भी निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
सागर हाइवे पर बस स्टैंड बना है, लेकिन सुविधा घर के साथ अन्य सुविधाएं नहीं है। हर घंटे जाम और महिलाओं को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। सुविधा घर के लिए प्रशासन से मांग की गई। योजना के तहत एक साल पहले सुविधा घर के साथ अन्य कार्यों का निर्माण कराने के लिए टेंडर जारी हुए थे, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस कार्य को शुरू नहीं किया गया। जिसके कारण आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लक्ष्मन चोरयाल वार्ड १४ पार्ष प्रतिनिधि बड़ागांव धसान। फोटो।
दिनेश मिश्रा, बड़ागांव धसान फोटो।
पुराने बस स्टैंड पर सुविधा घर के साथ अन्य कार्यों को किया जाना था। इंजीनियर को नोटिस दिए गए। इस स्थान पर वन विभाग और पुलिस विभाग की जमीन पढऩे से सीमांकन नहीं हो पाया है। इसके साथ ही नया बस स्टैंड और दुकान निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। निर्माण कार्य पूर्ण कराए जाने के लिए ठेकेदार को तीन नोटिस दिए गए। पुराने बस स्टैंड के सुविधा का मरम्मत कार्य कराया जाएगा।
ज्योति सुनेरे, सीएमओ नगरपरिषद बड़ागांव धसान।