बताया गया कि सोमवार की सुबह से किसान खाद की लाइनों में लगे थे, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा खाद वितरण नहीं किया जा रहा था। किसानों ने एकत्र होकर जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पलेरा चौराहा नौगांव रोड पर जाम लगा दिया। इसके साथ ही जतारा में भी थाना और तहसील के पास चक्का जाम कर दिया। घंटों लगे जाम से वाहनों की दोनों ओर लंबी-लंबी कतारे लग गई।
सुबह ९ बजे जतारा में खाद की मांग को लेकर जाम लगा दिया। नारेबाजी की आवाज सुनकर एसडीएम शैलेंद्र सिंह और थाना प्रभारी अरविंद्र दांगी किसानों के बीच पहुंचे। जाम को खुलवाने के लिए अधिकारियों ने किसानों से चर्चा की। अधिकारियों ने किसानों को खाद वितरण कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद किसानों ने जाम खोला।
किसानों ने बताया कि इस समय रबी फसल बोवाई के लिए खाद बहुत जरूरी है। बोवाई का सीजन निकलता जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा खाद पूर्ति की कार्रवाई नहीं कर रहा है। जबकि खाद की मांग को लेकर पांचवीं बार विरोध प्रदर्शन करके जाम लगाया गया है।
जाम में किसानों ने कहा कि व्यापारियों ने डीएपी खाद का स्टॉक कर लिया है। उनके द्वारा १८०० रुपए से लेकर २००० रुपए की एक बोरी बेची जा रही है। इससे किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना था कि अधिकारियों द्वारा खाद की कालाबाजारी पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान जगदीश यादव, विवेक प्रजापति, रमेश प्रजापति, खूबचंद्र यादव और प्रकाश अहिरवार ने बताया कि बल्देवगढ़ थाना मैदान में खाद के टोकन दिए जा रहे है। किसान डीएपी की मांग कर रहे है और (राख )सुपर फास्फेट और यूरिया को थमाया जा रहा है। कई किसान ऐसे है, जो रात को भी केंद्र पर डेरा डाले हुए है, लेकिन खाद नहीं मिल पा रहा है।