किसानों का कहना था कि सुजारा बांध से नहर के माध्यम से रमपुरा तालाब तक पानी छोड़ा गया है। तालाब को एक सप्ताह पहले भराव कर दिया था। लेकिन पलेरा तहसील और जतारा तहसील में सिंचाई के लिए पानी नहीं आया है। जबकि किसानों ने अक्टूबर में रबी सीजन की बोवाई की तैयारियां शुरू कर दी थी। डेढ़ महीनें में किसानों के खेत पर पानी नहीं पहुंचने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रमपुरा से पलेरा, जतारा तहसील क्षेत्र में फैली पाइप लाइन टूटी और फूटी पड़ी है। उसका फायदा उप्र के किसान उठा रहे है। उन्होंने रातों रात लाइनों से पाइपों को जोड़ दिया है। किसानों ने बताया कि उप्र मऊरानीपुर के बिजरवारा, धौर्रा, बगौरा गांव के साथ अन्य गांव के किसानों ने पाइप लाइन बिछा ली है। पिछले वर्ष भी बंाध के कर्मचारियों ने मशीनों से पाइप लाइनों को उखड़वाया था। उस दौरान विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगे थे।
किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए तत्काल बांध सुजारा बांध परियोजना के अधिकारी को निर्देश किया। सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है और किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए तत्काल प्रयास किए जाए। जिसके अधिकारी ने आगामी 8 दिसंबर तक पानी किसानों के खेतों तक पहुंचाने की बात कही है।
हरिशंकर खटीक, विधायक जतारा।
रजनीश तिवारी,एसडीओ बांध सुजारा नहर परियोजना टीकमगढ़।