जामनी नदी में डैम बनाकर शहर के लिए पानी का स्टॉक है। बारिश के चलते डैम के फाटकों को खोल दिया था। पिछली गर्मियों में शहर की पेयजल व्यवस्था लडख़ड़ा गई थी। उस स्थिति को देखते हुए इस वर्ष दो महीने पहले डैम के फाटक लगवा दिए है। ज्ञात रहे कि नपा द्वारा जनवरी में डैम के गेट लगाए जाते थे।
जल प्रदाय अधिकारी ने बताया कि जामनी नदी मप्र और उप्र की सीमा से लगी है। उप्र के किसानों द्वारा डैम से पानी की चोरी की जाती है। उसे रोकने के लिए पुलिस गश्त कराई जाएगी। अगर निगरानी में चूक होती है तो सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। जिससे पानी चोरी की घटना पकड़ में आ जाएगी।
बरीघाट पर दो पानी प्लांट बनाए गए है। एक प्लांट की क्षमता १२.६५ एमएलडी और दूसरे प्लांट की क्षमता ३.३५ एमएलडी है। उनके द्वारा शहर की आठ टंकियों में पानी सप्लाई की जाती है। फिर उसके बाद १४ हजार से अधिक कनेक्शनधारियों को पानी दिया जाता है। हालांकि टंकियों से निकलने वाली कई लाइनें टूटी हुई है। जिनसे सैकड़ों लीटर पानी नालियों के सहारे बह रहा है।
१२.६५ एमएलडी पहले पानी प्लांट की क्षमता बरीघाट
३. ३५ एमएलडी दूसरे पानी प्लांट की क्षमता बरीघाट
१४००० नपा में कुल नल कनेक्शन
२६० रुपए एक महीने का बिल
०२ फिल्टर प्लांट
०८ पानी की टंकियां
इनका कहना
इस वर्ष गर्मियों में पेयजल को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ा था। उन समस्याओं को देखते हुए दो महीने पहले डैम के फाटक लगवा दिए है। पानी चोरी ना हो उसके लिए पुलिस गश्त लगाए जाएंगे। अगर निगरानी में चूक होती है तो सीसीटीवी कै मरे लगवाए जाएंगे।
अनिल श्रीवास्तव, जल प्रदाय अधिकारी नगरपालिका टीकमगढ़।