लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए रविवार को पत्रिका ने बाजार पहुंच कर व्यापारियों के साथ ही आमजन से चर्चा की और अभियान के बारे में बताया। साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में सर्तक किया। पत्रिका ने लोगों से चर्चा में बताया कि किस प्रकार से लोग इस फ्रॉड से बच सकते हैं। इसके साथ ही लोगों को अनजान नंबर पर किसी भी प्रकार की अपने बैंक एकाउंट, पासवर्ड आदि की जानकारी शेयर न करने एवं अनजान फोन आने पर उसे ओटीपी न देने की समझाइश दी। अभियान से जुड़े इरफान खान ने बताया कि जानकारी के अभाव के कारण ही लोग इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं। वहीं मोहम्मद शमीम का कहना था कि इस प्रकार के जागरूकता अभियान के बाद ही बदमाशों की जालसाजी से लोगों को बचाया जा सकता है। मोहन पुष्कर, धर्मेंद्र रजक और दीपक सेन का कहना था कि पत्रिका द्वारा प्रतिदिन इससे जुड़ी खबर और गुनहगारों को बेनकाब करने की खबरों के बाद लोग इसके लिए जागरूक हो रहे हैं।
काफी जागरूक हो रहे हैं लोग, काम में हो रही परेशानी ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए चलाए जा रहे अभियान के बाद अब लोग जागरूक हो रहे हैं तो ऐसे में कुछ लोगों को परेशान भी होना पड़ रहा है। हाल ही में गैस एजेंसियों द्वारा सिलेंडर की डिलीवरी करने के बाद ओटीपी से उसका पता करने का नियम चल गया है। ऐसे में गैस एजेंसी से जाने वाली ओटीपी पूछने के लिए कर्मचारी परेशान हो रहे हैं। गैस एजेंसी के कर्मचारी पुष्पेंद्र यादव ने बताया कि कई घरों में महिलाओं के नाम पर कनेक्शन हैं और उनके नंबर दर्ज हैं। ऐसे में वह फोन पर ओटीपी नहीं देती हैं। ऐसे में बाद में उनके पति फोन करते हैं और पूरी जानकारी लेने के बाद ही ओटीपी दी जा रही है।