READ MORE : – CANARA BANK : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की दखल के बाद आरोपी कांस्टेबल निलंबित गोड़ादरा सााईंसृष्टी सोसायटी निवासी आरोपी कांस्टेबल घनश्याम को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। उनका कोविड-19 टेस्ट के लिए सैम्पल लिया गया है। रिर्पोट आने पर गिरफ्तारी व कोर्ट में पेश कर कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को सरथाणा थाने में तैनात कांस्टेबल घनश्याम ने सारोली श्याम संगिनी मार्केट स्थित ई सिंडीकेट बैंक (मर्जर के बाद केनरा बैंक) की महिला कर्मचारी संतोष कुमारी के साथ अभद्र व्यवहार किया था।
शाम चार बजे पासबुक में एन्ट्री करवाने को लेकर विवाद होने पर बैंककर्मी से अभद्र व्यवहार किया। संतोष कुमारी ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू किया तो केबिन में घुस कर थप्पड़ मारा और उन्हें गिरा दिया था। जिससे उनकी पीठ में चोट आई।
मामला थाने पहुंचने पर पुणागाम पुलिस ने मामले को रफादफा करने का प्रयास किया था। बैंककर्मियों के बहुत जोर देने पर गैर हिरासती प्राथमिकी दर्ज की थी। इस घटना के सीसी टीवी फुटेज ट्वीट्र पर वायरल होने पर मंगलवार देश में भर में सूरत पुलिस की थू थू होने लगी थी।
राजस्थान पत्रिका ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बुधवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संज्ञान लेते हुए शहर पुलिस आयुक्त राजेन्द्र ब्रह्मभट्ट व जिला कलेक्टर से जवाब मांगा था। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और नए सिरे से कार्रवाई शुरू की। पुलिस आयुक्त ने बैंक के शाखा कार्यालय पर आकर बैंक कर्मियों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।
घटना से गहरे सदमे में है पीडि़त इस घटना से पीडि़त बैंककर्मी संतोषी कुमारी गहरे सदमे में है। उनकी पीठ व कमर में चोट है तथा उनका उपचार चल रहा है। जिस तरह से पुलिसकर्मी ने बैंक में दादागिरी की। उन्हें ब्रांच से बाहर नहीं निकलने नहीं दिया। फिर जब पीसीआर में वे थाने पहुंचे तो उनके और उनके परिजनों तथा सहकर्मियों के साथ आरोपियों सा सलूक किया गया।
उनकी पीड़ा सुनने के बदले उन्हें ही डराया और धमकाया गया। उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस पुलिस से वे अपनी रक्षा की उम्मीद रखती वो इस तरह की भी हो सकती है। शिकायत दर्ज करवाने वाले शाखा प्रबंधक हर्षद तिवारी ने बताया कि घटना के बाद से जो कुछ हुआ है। उससे वह भी आहत है। खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस कर रहे है।