तीसरी लहर का इतना खतरा बढ़ता जा रहा है कि सरकार व चिकित्सा विभाग ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए जयपुर से दो बार टीमें यहां राजकीय चिकित्सालय का दौरा कर चुकी हैं और यहां वार्डों, संसाधनों की स्थिति देख चुकी है। वहीं अब लगातार राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
अस्पताल में वर्चुअल चल रही ट्रेनिंग
– राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ को एसएमएस हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओर से वर्चुअल ट्रेनिंग दी जा रही है। वहां चिकित्सक इलाज के दौरान का वीडिया बनाकर यहां भेज रहे हैं और ऑनलाइन बता भी रहे हैं। जिसमें ऑक्सीजन थैरेपी, वेंटीलेटर, बायपैप सहित अन्य जानकारियां दी जा रही है।
एक माह पहले बना दिया वार्ड
– तीसरी लहर की आंशका बच्चों में आने की संभावना जताई जा रही है। इसके चलते करीब एक माह पहले राजकीय चिकित्सालय में एक वार्ड आरक्षित कर दिया गया है। जिसमें करीब 22 बेड की व्यवस्था कर दी गई थी। वहीं आईसीयू व अन्य संसाधन जुटाए जा रहे हैं। जिससे वक्त पडऩे पर तत्काल काम में लिया जा सके।
इनका कहना है
-कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सरकार व चिकित्सा विभाग सचेत है और प्रत्येक जिले में संसाधन व दवाएं आदि भेजे जा रहे हैं। जिले को हाल ही में 345 ऑक्सीजन कंस्टे्रक्टर मिले हैं। जिनको जिले की सीएचसी, पीएचसी पर भेजा जाएगा। विभाग पूरी तैयारियों में जुटा है।
डॉ. गिरधारीलाल मेहरडा, सीएमएचओ श्रीगंगानगर
– कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते जयपुर से दो टीमें अस्पताल का दौरा कर चुकी है और अब चिकित्सकों व स्टाफ की ऑनलाइन टे्रनिंग चल रही है। एसएमएस अस्पताल के चिकित्सक ट्रेनिंग दे रहे हैं।
– डॉ. बलदेव सिंह, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर