गन्ना अधिक मिलने की उम्मीद
इस वृद्धि के कारण मिल प्रबंधन को पिछले वर्ष की तुलना में 6 लाख क्विंटल गन्ना अधिक मिलने की उम्मीद है। पिछले साल गन्ना पिराई सत्र 21 दिसंबर को शुरू हुआ था जबकि इस वर्ष यह 10 दिन पहले शुरू हो रहा है। शुगर मिल प्रबंधन का आकलन है कि इस सीजन में गन्ना पिराई सत्र 125 से 130 दिन तक चल सकता है। यह भी पढ़ें – राजस्थान में 158 निकायों में सड़कें बनाएगा पीडब्ल्यूडी, इन स्थानों के लिए जारी हुई स्वीकृति अनुबंध पत्र की भराई की अंतिम तिथि
मिल के महाप्रबंधक ने किसानों को सूचित किया है कि गन्ना अनुबंध पत्र भरवाने की अंतिम तिथि 25 नवंबर है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे जल्दी से अनुबंध पत्र भरवाएं अन्यथा गन्ना मांग पर्ची जारी करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। गन्ना मांग पर्ची की वैधता केवल 10 दिन की होगी। किसान इच्छुक होने पर अपने संबंधित गन्ना फील्ड सुपरवाइजर से संपर्क कर सकते हैं या मिल के गन्ना कार्यालय में जाकर अनुबंध पत्र भर सकते हैं।