गंगासिंह चौक पर पुलिस और जिला प्रशासन ने अलग अलग बैरीकेट्स बनाकर एक साइड में भाजपा और दूसरे साइड में किसान संगठनों को प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी। भाजपाईयों ने वहां धरना स्थल को सभा स्थल में तब्दील कर दिया।
वहीं किसान संगठनों ने भी गंगासिंह चौक पर ही अपनी सभा शुरू कर दी। इस बीच भाजपा एससी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष मेघवाल के वहां एकाएक आने और भाजपा का झंड दिखाने से किसान संगठनों की अगुवाई में युवाओं ने मेघवाल को घेर लिया और मारपीट की।
यहां तक कि उनका कुर्ता भी फाड़ दिया। इस संबंध में मेघवाल के वाहन चालक की ओर से कोतवाली में किसान संयुक्त मोर्चा के पृथीपाल सिंह संधू, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष अमर सिंह, संदीप सिंह आदि के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
वहीं भाजपा ने इसे कांगे्रस की बी टीम की साजिश करार दिया है। वहीं किसान संगठनों ने मेघवाल के घटनाक्रम को पब्लिक स्टंट बताया है। इधर, जिला प्रशासन ने भी हैरानगी जताई कि चारो ओर बैरीकेट़स के बावजूद किसानों की सभा में मेघवाल क्यों गए।
उधर, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि मेघवाल जानबूझकर वहां गए थे। उनको पता था कि किसान संगठन भाजपा का विरोध करने आए हुए है तो वहां जाने की जरुरत क्या थी। इस पूरे पहलू के बारे में जांच की जा रही है।
इधर, मेघवाल ने पूरे घटनाक्रम को बताया। उन्होंने बताया कि वे भाजपा के धरने पर आ रहे थे तो कार को खड़ा करने के लिए मुख्य डाकघर के पास ले गए।
वहां से वापस पैदल ही अपने दस बारह समर्थकों के साथ कलक्टे्रट में आने लगे तेा एक ने इशारा किया कि कलक्ट्रेट अंदर से जाने की जरुरत नहीं है। आप तो गंगासिंह चौक से सभा स्थल आसानी से जा सकते है। उसके कहने पर वह जैसे ही गंगासिंह चौक पहुंचा तो वहां किसान संगठन से जुड़े युवकों ने उसे घेर लिया और मारपीट करते हुए कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद वह सभा स्थल पर पहुंचा।