उन्होंने पूरे घटनाक्रम को दुबारा दोहराया। इलाके में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सवाल भी किए। मेघवाल ने बताया कि जब वे रावतसर से रवाना हुए तो गोलूवाला के पास कुछ लोगों ने दुबारा हमला करने का प्रयास किया। उनके काफिले पर पत्थर मारे और गाडि़यों के शीशे भी तोड़े। यहां तक कि दो गाडि़यों की हवा भी निकाल दी गई।
हनुमानगढ़ एसपी को फोन पर सुरक्षा मांगी गई। इससे पहले धानमंडी मजदूर यूनियन के किशोरी सिवान का कहना था कि इलाके के विधायक की शह पर गली गली पर्ची सट्टे की दुकानें खुल चुकी है।
अवैध शराब की होम डिलीवरी तक हो रही है। वहीं रायसिंहनगर विधायक बलवीर लूथरा और अनूपगढ़ विधायक संतोष बावरी ने कानून व्यवस्था सुधारने की मांग की। इस धरने को दलित संघर्ष समिति का नाम दिया गया था लेकिन वहां भाजपाईयों का बोलबाला रहा। मेघवाल खुद भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष है, इस कारण वहां भाजपा पदाधिकारियों की संख्या अधिक रही।
भाजपा जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के बेटे रविशंकर मेघवाल, नगर परिषद उपसभापति लोकेश मनचंदा, प्रतिपक्ष नेता बबीता गौड़, पूर्व सभापति श्यामलाल धारीवाल, संयोजक अनिवाश डाबी, केदार आटो यूनियन के ओमी नायक, शिव स्वामी, पूर्व जिला प्रमुख सीताराम मौर्य, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष चेष्ठा सरदाना, आरती शर्मा, कांता सोनी, हनुमान गोयल, रतन गणेशगढि़या, महेश पेड़ीवाल आदि मौजूद थे।
इस धरने के बाद अम्बेडकर चौक से कोतवाली तक रोष मार्च निकाला गया। इन लोगों ने कोतवाली थाने में एडिशन एसपी बनवारीलाल से मेघवाल से हुई घटना के संबंध में दर्ज मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी करने के संबंध में जवाब मांगा। इस पर एडिशन एसपी का कहना था कि जांच अभी चल रही है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष तरड़ के अलावा अनूपगढ़ व रायसिंहनगर विधायक, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य जुगल डूमरा, हनुमान गोयल, रतन गणेशगढि़या आदि मौजूद थे।