बताया गया है कि अपराह्न 3.05 पर उसकी भाभी के भाई जग्गू पुत्र बलदेव निवासी पदमपुर का फोन आया कि परविन्द्र ने दोनों बच्चियों को मार दिया है और खुद आत्महत्या कर रही है। तुम जल्दी घर जाओ। इस पर वह खेत से घर आया तो देखा कि उसकी भाभी के कमरे से धुआं निकल रहा था व दरवाजा अंदर से बंद था। धक्का मारकर किसी तरह वह अंदर गया तो बेड के गद्दे पर आग लगी थी व परविन्द्रकौर बेहाशी की हालत में पड़ी थी। आग बुझाने के लिए घर के आंगन में बनी पानी की डिग्गी का ढक्कन खोला तो वहां उसकी तीन वर्षीय भतीजी गुरलीनकौर का शव दिखाई दिया। आग बुझा कर भाभी परविन्द्र कौर व भतीजी गुरलीन कौर को श्रीकरणपुर के सरकारी अस्पताल लेकर आया। जहां परविन्द्रकौर को रेफर कर दिया गया। बाद में छोटी भतीजी हरलीनकौर की लाश भी डिग्गी में मिली। आरोप है कि उसकी भाभी परविन्द्रकौर ने अपनी दोनों लड़कियों को पानी की डिग्गी में डाल कर मार दिया तथा खुद जहरीली वस्तु का सेवन करके व घर के कमरा में आग लगा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। धारा 103 (1) बीएनएस के अंतर्गत दर्ज मुकदमें की जांच सीआइ कर रहे हैं।