हादसे में घायल कृष्णा कंवर को घटना के बाद जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। कृृष्णा के सिर में चोट लगने के कारण कोमा में चली गई थी। एसएमएस में कुछ दिन भर्ती रहने के बाद चिकित्सकों ने उसे घर ले जाने की सलाह दी। परिजन कृष्णा को घर लाए। यहीं उसे दवाएं दी जा रही थी। इस बीच शनिवार को अचानक कृष्णा की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे सीकर अस्पताल लाए, यहां उसने दम तोड़ दिया।
उसी हादसे में हुई थी मां की भी मौत
घटना वाले दिन कृष्णा अपनी मां किरण कंवर के साथ गांव से लक्ष्मणगढ़ जाने के लिए बस में सवार हुई थी। लक्ष्मणगढ़ पहुंचने से पहले ही यह हादसा हो गया, जिसमें कृष्णा की मां किरण कंवर की उसी दिन मृत्यु हो गई थी, जबकि कृष्णा गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। 16 वर्षीया कृष्णा भूमां बड़ा के राजकीय विद्यालय में कक्षा नौ में पढ़ रही थी। उसके पिता नरपतसिंह किसान है।
मृतकों का आंकड़ा 17 पहुंचा
उल्लेखनीय है गत 29 अक्टूबर को नेशनल हाईवे बाईपास स्थित सालासर तिराहे पर तेज गति से आ रही निजी बस पुलिया की दीवार से टकरा गई थी। हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि करीब तीन दर्जन लोग घायल हुए थे। कृष्णा कंवर की मौत के बाद हादसे में मृतकों की संख्या का आंकड़ा अब 17 हो गया है।