यूं पहुंचे थे जमाती
नागौर जिले में कुचामन में हुई जमात में भाग लेने के बाद पांच मार्च को कोरोना पॉजिटिव मिले बुजुर्ग सहित तीन जने जयपुर के लिए रवाना हुए। जयपुर पहुंचने के बाद ये तीनों कई मजिस्दो में रुके और वहां भी जमात में भाग लिया। इसके रामगंज कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद वह वहां से रवाना हो गए। 10 अप्रैल की सुबह वह छिपते छिपाते एक जीप में सवार होकर पलसाना पहुंच गए थे। जहां जब नजदीकी लोगों को जानकारी मिली तो उन्होंने सरपंच को बताया। सरपंच ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी और उन्हें खाटूश्यामजी में क्वारेंटाइन सेंटर ले जाया गया। जहां तीनों के सैंपल लिए गए।
संपर्क में आए लोगों को करेंगे आइसोलेट
खाटू सीएचसी प्रभारी डॉ. गोगराज सिंह निठारवाल ने बताया कि चिकित्सा टीम जयपुर से आए तीन जमातियों के संपर्क में रहे पलसाना के परिवार के 6 सदस्य एवं स्प्रे करने वाला और टैंपो चालक को आइसोलेट कर सैंपल लिए जाएंगे। जमातियों के स्वास्थ्य की जांच एवं सैंपल लेने वाली टीम को भी होम आइसोलेट कर सैंपल लेंगे।
सीकर के 2 पॉजिटिव, दोनों जयपुर में
सीकर जिले में पॉजिटिव का आंकड़ा बढकऱ अब 2 हो गया है। अपर जिला कलक्टर जयप्रकाश ने बतााया कि एक पॉजिटिव पहले से ही जयपुर में है। इसके अलावा रविवार को एक की रिपोर्ट आने के बाद उसे भी जयपुर भिजवा दिया है।
सरपंच ने समय पर दिखाई सतर्कता
पलसाना के सरपंच रूप सिंह शेखावत ने समय पर सतर्कता दिखाते हुए जयपुर जमात से आए तीन जनों की एक घर में ठहरने की सूचना मिलते ही सभी को प्रशासन की मदद से खाटू में आइसोलेट करवा दिया। सरपंच ने पहले ही इस घर के आसपास बल्ली लगाकर परिवार के लोगों को बाहर नहीं निकलने की सलाह दी और राशन पानी की व्यवस्था करवाई।
5 मार्च को कुचामन से रवाना हुआ थे
नागौर जिले में कुचामन में हुई जमात में भाग लेने के बाद पांच मार्च को बुजुर्ग सहित दोनों लोग जयपुर के लिए रवाना हुए। जयपुर पहुंचने के बाद ये तीनों कई मजिस्दो में रुके और वहां भी जमात में भाग लिया। इसके बाद रामगंज जयपुर में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद वहां से ये रवाना हुए और 9 अप्रेल को तडक़े पलसाना पहुंचे।
पिकअप चालक क्वारंटाइन
यह तीनों व्यक्ति पिकअप में आगे की सीट पर बैठकर आए थे। पिकअप गाडी में यह लोग सवार होकर पलसाना पहुंचे थे। पिकअप का चालक झुंझुनूं जिले के चिड़ावा का रहने वाला है। पलसाना के जो लोग उनके संपर्क में आए थे, उनको भी विभाग की ओर से संस्थागत क्वारंटाइन रखा गया है। पिकअप चालक भी संस्थागत क्वारंटाइन में हैं। अभी किसी प्रकार के लक्षण इनमें नजर नहीं आए हैं। विभाग की ओर से पांच दिन बाद जांच के लिए इनका सैम्पल लिया जाएगा।