कंटेनर से दिल्ली आए शव
इससे पहले हिमाचल से तीनों के शव बाकी छह शवों के साथ एक कंटेनर में दिल्ली लाए गए। जहां उनकी शिनाख्त केलिए परिजन सोमवार को ही पहुंच गए थे। शिनाख्त के बाद सुबह परिजन शवों के साथ सीकर रवाना हो गए। जो दोपहर 12 बजे पहुंचे। अंतिम क्रिया की तैयारी के लिए इस दौरान करीब एक घंटे तक शव को वाहनों में ही रखा गया। तैयारी के बाद शवों को वाहनों से निकालकर पारिवारिक रस्म अदायगी के बाद मोक्ष वाहनी से मोक्षधाम ले जाया गया।
घूमने गया था परिवार
गौरतलब है कि सारण की गली निवासी नंदकिशोर बियाणी की 58 वर्षीया पत्नी माया, 30 वर्षीय बेटा अनुराग और 26 वर्षीया बेटी ऋचा ट्यूर पैकेज पर हिमाचल घूमने गए थे। रविवार सुबह हिमाचल के किन्नौर जिले में बटसेरी के गुंसा के पास वे भूस्खलन की चपेट में आ गए। जिससे तीनों की मौत हो गई थी। नंदकिशोर बियाणी 30 साल सेे कारोबार के सिलसिले में मुंबई रह रहे थे। बेटे अनुराग व बेटी ऋचा की भी मुंबई में नौकरी लगने पर आठ साल पहले पूरा परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया था। कोरोना लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम होम होने पर अनुराग व ऋचा मां के साथ सीकर आ गए थे। जो लॉकडाउन हटने के साथ ही घूमने की योजना बना रहे थे। उसी के तहत शुक्रवार को तीनों ट्यूर पैकेज पर एक साथ हिमाचल घूमने गए थे। जहां रविवार सुबह वे हादसे का शिकार हो गए थे।