इसके बाद निर्धारित समय पर आमजन भी इसका अवलोकन सकेंगे। प्रिंस एजुकेशन हब के चेयरमैन डा. पीयूष सुंडा, भारतीय सेना के रिटायर्ड ब्रिगेडियर एवं प्रिंस एनडीए एकेडमी के प्रबंध निदेशक बीबी जानू, मुख्य प्रबंध निदेशक राजेश ढिल्लन सहित विभिन्न गणमान्यजनों ने टैंक के सीकर आने पर खुशी व्यक्त की।
ये है महत्व
इस 36 टन वजनी टी-55 टैंक में चार क्रू मेंबर बैठते हैं। दुश्मन पर बम्पर गोलाबारी के साथ-साथ ही इसमें एंटी एयरक्राफ्ट गन भी लगी है। यह टैंक 14 किमी. दूर स्थित शत्रु सेना को भी तबाह करने की क्षमता रखता है। पाकिस्तान के साथ हुए 1971 के युद्ध में नैनाकोट, बसंतर एवं गरीबपुर की लड़ाई में इस टैंक ने पाकिस्तानी सेना को करारी शिकस्त दी थी।