हालांकि, पुलिस की ओर से लड़के और लड़की की ओर से जब बयान दर्ज किये गए तो उन्होंने माना कि, इस मामले में लव जिहाद का केस नहीं बनता। पुलिस द्वारा बजरंग दल कार्यकर्ताओं को काफी समझाइश दी गई, बावजूद इसके कार्यकर्ता लड़के के खिलाफ कड़ी कारर्वाई करने की मांग पर अड़े रहे।
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महिला SI और कार्यकर्ताओं के बीच हुई बहस
इसपर कोतवाली थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर प्रियंका पाराशर और बजरंग दल कार्यकर्ताओं के बीच बहस भी हो गई। महिला सब इंस्पेक्टर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि, सिर्फ हिंदू-मुस्लिम होने का मतलब लव जिहाद नहीं है। पहले कानून पढ़कर आओ, यह मामला लव जेहाद का नहीं है।
पुलिस ने कराया मामला शांत
मामले पर बजरंग दल की मर्जी के अनुरूप कार्रवाई न होने से कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस को बाजार बंद करवाने की चेतावनी तक दे डाली। साथ ही, सभी कार्यकर्ता थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी करने लगे। जब कोतवाली में कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे तो पुलिस ने भी उनके खिलाफ एक्शन लेने का फैसला लिया। इसपर, पुलिस के इरादे भांपते हुए कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करने वाले मोबाइल पर बात करने का बहाना करके प्रदर्शनकारियों के बीच से हटकर थाना परिसर से बाहर निकल गए। इसके बाद पुलिस ने कार्यकार्ताओं को धरने से उठाकर मामला शांत कराया।