एमपी में किसानों की केवायसी करने का काम पटवारियों को सौंपा गया है। सर्वर खराब होने व अन्य कारणों के चलते केवायसी का काम पूरा न होने पर एसडीएम उमेश कौरव ने 46 पटवारियों को सीधे आरोप पत्र थमा दिए। इससे पटवारी गुस्सा उठे। गुरुवार को आधा सैंकड़ा से अधिक पटवारी शिवपुरी तहसील पहुंचे और तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पटवारियों का कहना है कि अगर उनसे कोई गलती हुई है तो पहले नोटिस दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस मामले में मंगलवार को हम एसडीएम कार्यालय में आवेदन देने गए लेकिन हमारा आवेदन तक लेने नहीं आए।
शिवपुरी तहसील में एकत्रित पटवारियों ने तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा के विरोध में खूब नारे लगाए। तहसीलदार पटवारियों का आवेदन लेने बाहर नहीं आ रहे थे। जब नारेबाजी हुई तो तहसीलदार बाहर आए और मीडियाकर्मियों को देखा तो पटवारियों का ज्ञापन ले लिया।
पटवारियों ने अपने ज्ञापन में आरोप पत्र निरस्त करने की मांग की है। पटवारियों ने चेताया कि अगर उन्हें दिए गए आरोप पत्र निरस्त नहीं किए गए तो अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। फिलहाल पटवारी दो दिनों 2 व 3 जनवरी की सामूहिक हड़ताल पर चल रहे हैं।
महिला पटवारियों का अधीक्षक पर आरोप
महिला पटवारी वैशाली जैन और रिया शर्मा ने कार्यालय अधीक्षिका सुषमा नागर पर धमकी देने का आरोप लगाया। कार्यालय में अटैच इन पटवारियों को किसी दूरस्थ हल्के में ड्यूटी लगाने की चेतावनी दी गई।
पटवारी संघ के अध्यक्ष राहुल वर्मा ने बताया कि 46 पटवारियों को सीधे आरोप पत्र दे देना बहुत गलत है। किसान समय पर नहीं मिलते और जिस सर्वर पर केवायसी का काम होना है वह भी अक्सर डाउन रहता है। ऐसे में समय पर काम नहीं हो पा रहा है। अगर आरोप पत्र निरस्त नहीं किए गए तो हम आंदोलन करेंगे।
इधर शिवपुरी के एसडीएम उमेश कौरव का कहना है कि सभी जगह सर्वर सही काम कर रहे हैं, केवल शिवपुरी तहसील के ही पटवारियों का सर्वर काम नहीं कर रहा, ऐसा संभव नहीं है। अगर काम नहीं करेंगे तो पटवारियों को आरोप पत्र भी दिए जाएंगे।