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नवनिर्वाचित सरपंचो ने की सीईओ से प्रभार देने की मांग
बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले नवनिर्वाचित सरपंचों को निर्वाचित हुए 6 माह बीत चुके हैं, लेकिन उक्त ग्राम पंचायतों में हारे हुए सरपंचों के द्वारा अभी तक नवनिर्वाचित सरपंचों को नहीं दिए गए हैं। इससे मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उक्त जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा ज्ञापन सौंपकर प्रभार दिए जाने की मांग की गई है।
इन पंचायतों में नहीं दिए प्रभार
बदरवास जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली इन ग्राम पंचायतों में हारे हुए सरपंचों के द्वारा नवनिर्वाचित सरपंचों को अबतक प्रभार नहीं दिए गए हैं। इनमें तिलातीलि, बरोदिया,मड़वासा, आकोदा, टामकी, देहरदागणेश, बारई, टाठी, विजयपुरा, सिंघाराई, समेत 20 ग्राम पंचायतें और हैं।
सीईओ ने पुलिस कार्यवाही के लिए लिखा पत्र
उल्लेखनीय है कि, ग्राम पंचायतों का आम निर्वाचन 2022 दिनांक 25 जून 2022 के पूर्ण होने के बाद प्रथम सम्मेलन की संपन्न कराया जा चुका है। नव निर्वाचित सरपंचों द्वारा निर्वतमान सरपंचों के ग्राम पंचायत में उपलब्ध चल संपत्ति का हस्तांतरण आप लोगों के द्वारा नहीं कराया गया है। इस संबंध में इस कार्यालय को रोजाना चार्ज हस्तांतरण और चल संपत्ति का आदान प्रदान न करने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जो कि अत्यंत गंभीर हैं। ये कृत्य अनुचित है। अतः सभी सचिव और ग्राम रोजगार सहायक, जो वित्तीय प्रभार में हैं, अपनी ग्राम पंचायत की समस्त चल संपत्ति का हस्तांतरण 7 दिवस में कराकर सूची अधोहस्ताक्षकर्ता को समझ में उपस्थित होकर प्रस्तुत करें। चार्ज हस्तांतरण न कराने पर संबंधित के विरुद्ध पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 92 के तहत की गई सामग्री की बसूली के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी और विहित प्राधिकारी जिला शिवपुरी को भेजा जाएगा। साथ ही, पुलिस में प्राथमिकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी।
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क्या कहते है अधिकारी ?
जनपद पंचायत सीईओ बदरवास एल एन पिप्पल का कहना है कि, मेरे संज्ञान में उक्त मामला सरपंचों के द्वारा लाया गया है मेरे द्वारा पुलिस कार्रवाई हेतु पत्र भी लिख दिया गया है और सात दिन का अल्टीमेट दिया गया है, अगर उक्त 7 दिनों में संबंधित ग्राम पंचायतों के निवर्तमान सरपंच नवनिर्वाचित सरपंचों को प्रभार नहीं देते हैं तो उक्त सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।