बताया जा रहा है कि, शहर में प्रसिद्ध चिंताहरण मंदिर के पास रहने वाले राजू केवट के मकान के आंगन में करीब 12 फीट लंबा मगरमच्छ रात करीब 2.30 बजे नजदीक ही स्थित जादव सागर नाले से घुस आया। इतने विशाल मगरमच्छ को घर में देख राजू और उसके घर वाले घबरा गए, जिससे घर में चीख पुकार मच गई। राजू केवट के घर से चीखपुकार की आवाजें सुनकर पड़ोस में रहने वाले लोग भी उसके घर में आ गए।
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सामने आया वीडियो
इसके बाद मौके पर मौजूद राकेश केवट, राहुल केवट, गोपाल केवट, नितिन केवट, विशाल केवट, हेमंत केवट, लाला केवट और अमित केवट ने फैसला किया कि, अगर इतने विशाल मगरमच्छ को इसी तरह रहने देकर रेस्क्यू टीम के आने का इंतजार किया तो ये घर के साथ – साथ आसपास रहने वाले लोगों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। इसलिए इसे किसी तरह बांध दिया जाए, ताकि ये यहां से कहीं भाग न सके। इसके बाद रेस्कू टीम को सूचित करेंगे। फैसला लेने के बाद उन्होंने चरों तरफ से मगरमच्छ को घेरते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर चारों और से रस्सियों के फंदे फैंककर मगरमच्छ को बांध दिया।
रस्सी तोड़कर भागा मगरमच्छ तो फिर से मचा हड़कंप
इसके बाद उन सभी लोगों ने उस क्षेत्र को खाली कर दिया, ताकि जबतक मौके पर रेस्क्यू दल न पहुंच जाए, तबतक मगरमच्छ किसी को नुकसान न पहुंचा दे। लेकिन, भारी भरकम मगरमच्छ उन रस्सियों को तोड़कर मौके से भाग गया। घटना की जानकारी लगते ही एक बार फिर इलाके के लोग दहशत में आ गए। हर किसी को ये लग रहा था कि, कहीं फिर से मगरमच्छ इलाके के किसी घर में तो नहीं जा घुसा। काफी देर मगरमच्छ के पद चिन्हों को तलाशने का भी प्रयास किया गया, लेकिन बांद में लोगों के मगरमच्छ के पद चिन्ह जादव सागर नाले की ओर जाते हुए प्ररतीत हुए, जिससे उन्हें अंदाजा हुआ कि, मगरमच्छ जिस नाले से इलाके में घुसा था, उसी रास्ते वापस नाले में लौट गया, तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
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रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ घुसना, यहां आम बात है, जाने वजह
आपको बता दें कि, चिंता हरण मंदिर के सामने स्थित इस नाले में नगर पालिका की ओर से सफाई कार्य कराया जा रहा है। इसी नाले में कई मगरमच्छ भी हैं, जो आए दिन रिहायशी इलाकों में घुस आते हैं। बारिश के दिनों में तो शिवपुरी में मगरमच्छों का निकलना आम बात बन जाती है। संभावना जताई जा रही है कि, नाले में चल रही मशीनों के शोर – शराबे से डरकर मगरमच्छ नाले से निकलकर भुजरिया तालाब की और जा रहा होगा। इसी दौरान वो राजू केवट के मकान में आ घुसा।