रिपाेर्ट आना भले ही अभी बाकी हाे लेकिन इस घटना के बाद से शामली में हड़कंप जैसे हालात हैं। दरअसलस, संदिग्ध पीड़िता दिल्ली की एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करती है। बताया जाता है कि, कंपनी के कार्य से वह कुछ दिन पूर्व दुबई गई थी। वापस लाैटने के बाद उसे कुर्मा जैसे संदिग्ध लक्षण की समस्या आ रही थी। इसीके चलते वह शामली राजकीय चिकित्सालय में उपचार कराने के लिए पहुंची। जब पीड़िता ने अपने लक्षण बताए और यह भी बताया कि वह विदेश से लाैटी हैं ताे उसे तुरंत दिल्ली के एम्स के लिए रेफर कर दिया गया।
बागपत:
शामली राजकीय हॉस्पिटल में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डॉ विजेंद्र सिंह ने महिला काे दिल्ली रेफर किए जाने की पुष्टि की है। यह भी बताया कि शामली क्षेत्र की एक महिला हॉस्पिटल में पहुंची थी। महिला काे खांसी की समस्या थी। पूछने पर उसने बताया कि, वह दिल्ली के एक निजी कंपनी में जॉब करती हैं। कंपनी के कार्य से वह दुबई Dubai में गई थी जहां से वह लोग ट्रैवल करने के बाद वापस दिल्ली आ गए थे। यह भी बताया कि, एयरपोर्ट पर उनकी जांच करने के बाद उन्हे घर भेज दिया गया था।
अब शामली में अपने घर आने पर महिला को नजला, जुकाम, खांसी के साथ-साथ सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। इसी के चलते वह अपने चाचा के साथ उपचार कराने के लिए हॉस्पिटल पहुंची थी। अस्पताल में प्राथमिक जांच के दौरान कोरोना वायरस जैसे से पीड़ित हाेने के काेई लक्षण ताे पुष्ट नहीं हुए हैें लेकिन फिर भी एतियातन महिला के लक्षणों काे संदिग्ध मानते हुए महिला काे दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया है।
डॉक्टरों का यह भी कहना है कि संदिग्ध मरीज ने खुद दिल्ली में अपना उपचार कराने के लिए उन्हें कहा है। महिला के कहने पर ही उन्हे दिल्ली एम्स के लिए रेफर किया गया है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ विजेंद्र ने बताया कि संदिग्ध महिला मरीज दमा रोग की बचपन से बीमार है। ऐसे यह भी आशंका जताई जा रही है कि, दमा रोग के कारण इस तरह की परेशानी उन्हें हो रही हो।