जिला मुख्यालय से दो किमी दूर ग्राम गिरवर में स्थित प्रसिद्ध व अतिप्राचीन नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर धार्मिक आयोजन होंगे। इसके साथ नगर के मां राजराजेश्वरी माता मंदिर के पीछे स्थित मंगलनाथ महादेव मंदिर पर भी मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इसके लिए सोमवार शाम से यहां पर तैयारियां शुरू हो गई। वाटर वक्र्स में स्थित जलेश्वर महादेव मंदिर, गरासिया घाट पर स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर पर बाबा का विशेष अभिषेक कर पूजा अर्चना की जाएगी। दिन भर में मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहेगा। मंदिर पर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई। साथ ही प्रसादी बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया। यहां पर दिनभर भक्तों का तांता लगा रहेगा।
शहर से करीब १० किमी दूर हाईवे पर स्थित ग्राम सुनेरा में बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। गांव में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर समिति के मनोहरलाल गोठवाल ने बताया कि बुधवार को महाशिवरात्रि के पर्व के मौके पर महादेव मंदिर परिसर में भक्तों का मेला लगेगा। महादेव के दर्शन के लिए आसपास क्षेत्रों से हजारों दर्शनार्थी यहां पहुंचेंगे। मंदिर समिति की ओर से दर्शनार्थियों के लिए समस्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां महादेव गर्भ गृह में विराजित हैं और यहां शिवलिंग कैसे और कब आया इसको लेकर अनेक किवदंतियां हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां आने वाले भक्त की हर प्रार्थना बाबा पूरी करते हैं। इसलिए पूरे साल ही यहां भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए लगी रहती है।
महाशिवरात्रि धानमंडी स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर पर मंगलवार को मनाई जाएगी। मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश गोस्वामी ने बताया कि महादेव के गणेश पूजन के साथ ही शिव-पार्वती विवाह का आयोजन मंदिर पर शुरू हो गया है। मंदिर में भगवान को बाना बैठाकर प्रतिदिन भजन-कीर्तन सहित वैवाहिक रस्में आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में बुधवार को मंदिर से महादेव की शिव बारात निकाली जाएगी। नगर भ्रमण के बाद मंदिर पर महादेव और माता पार्वती का विवाह आयोजन होगा। इसके अगले दिन 15 फरवरी को मंदिर पर भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।