सोशल मीडिया पर लिखा ये पोस्ट
दिग्विजय सिंह ने लिखा- इसी बीच मृतक के अमजद के भाई अनीस मेव का समीर पिता सईद मेव से विवाद सामने आया, जिसमें एक रिकॉर्डिंग भी दोनों की चर्चा की सामने आई। समीर डीजल की चोरी कर बेचता था। इसी मसले में समीर की गाड़ी पुलिस ने पकड़ ली। समीर ने अनीस पर आरोप लगाया कि उसने पुलिस को सूचना दे कर उसे पकड़वाया। 23-24 सितंबर को समीर अनीस के घर जाता है। भाजपा के सदस्य बनने की बात कहकर अनीस के परिवार वालों से विवाद करता है। महिलाओं को गालियां देता है।फायरिंग हुई, पर समीर के खिलाफ FIR नहीं हुई
दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि, इस विवाद के बाद फिर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि महेंद्र पटेल अपने साथियों और समीर के साथ अनीस के घर आकर विवाद करते हैं। फायरिंग होती है। पुलिस मौके पर आती है और दोनों पक्ष थाने पहुंचते हैं। यहां पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि के दखल से समीर मेव की रिपोर्ट पर अनीस, इमरान, जावेद आदि पर मामला दर्ज हो जाता है। जबकि समीर पर नहीं होता है।पीड़ित ने जान को खतरा बताया, पर कार्रवाई नहीं हुई
इसके बाद अनीस के पक्ष में मुस्लिम समाज के लोग SP शाजापुर को शाजापुर जा कर ज्ञापन देते हैं। पूरा मामला बताते हुए कहते हैं कि हमारी जान को खतरा है। हम पीड़ित हैं। हमारी रिपोर्ट मक्सी थाने में टीआई नहीं लिख रहे। बावजूद इसके शाजापुर एसपी उसके मामले में कोई कार्रवाई नहीं करते।मुस्लिम समाज में फैलाया गया डर
दिग्विजय सिंह के अनुसार, तीन दिन तक लगातार मुस्लिम समाज को डराने के लिए रोजाना फायरिंग की गई। पूरे समय समीर मेव के समर्थक नगर पालिका अध्यक्ष के पति मोहन पटेल उर्फ़ कालू पटेल और महेंद्र पटेल उर्फ़ खाटू पटेल मेव मोहल्लों में जा कर धमकाते रहे। लेकिन टीआई महोदय रिपोर्ट करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करते। टीआई साहब भीम सिंह पटेल कई समय से मक्सी में पदस्थ रहे हैं। उनका एक वीडियो मैं अलग से शेयर कर रहा हूं।मृतक के साथ साथ सभी घायल मेव समाज के
दिग्विजय सिंह ने आगे ये भी लिखा कि एसपी साहब को ज्ञापन देकर मेव समाज के लोग मक्सी वापस आ जाते हैं। 25 सितंबर को ज्ञापन के दौरान मीडिया से बात करने वाले अबरार से अरुण पटेल जो महेंद्र पटेल का भतीजा है, का विवाद नगर पति हनुमान मंदिर के पास होता है और देखते ही देखते विवाद बढ़ जाता है। पत्थरबाजी होती है, गोलियां चलने लगती है, जिसमें एक की मौत और 10 लोग घायल हो जाते हैं। मृतक और सभी घायल मेव मुस्लिम समाज के हैं।पुलिस का नहीं बदला रवैया
पुलिस का रवैया नहीं बदला है। 15 अपराधियों में से अभी तक केवल 2 लोग गिरफ्तार हुए हैं। मैं 27 सितंबर को मक्सी गया था। मेरी सभी वर्गों से चर्चा हुई। अगर TI मक्सी और SP शाजापुर सही समय पर कार्रवाई करते तो ये घटना टल जाती। पूरा पुलिस प्रशासन भाजपा के नेताओं के दबाव में है और उनके ग़ुलाम की तरह काम कर रहे हैं।मोहल्लों में जाकर निर्दोषों को डराया जा रहा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे जाने के बाद मेव मोहल्लों में जा कर निर्दोष लोगों को डराया जा रहा है। धौंस दी जा रही है। पूरा समाज भयभीत है। भय का माहौल है।दिग्विजय ने सीएम मोहन से की ये पांच मांगे
1- मृतक अमजद की पत्नी विकलांग है और BABEd है। उसे शासकीय शिक्षक की नौकरी दी जाए।2- अमजद के परिवार को 5 लाख रुपए की राशि दी जाए।
3- घायलों का मुफ्त में इलाज कराया जाए और उन्हें 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाए।
4- अनीस को जमानत पर छोड़ा जाए।
5- टीआई मक्सी और एसपी शाजापुर को स्थानांतरण कर न्यायिक जांच कराई जाए।