शाम 4 बजे से गायब थे बच्चे
जानकारी के अनुसार शाजापुर जिले के कालापीपल थाना क्षेत्र के ग्राम भूरिया खजुरिया में यह हादसा हुआ है। गांव में निवासरत तीन बालक शनिवार शाम करीब 4 बजे से खेलते-खेलते कहीं चले गए थे, जब रात 9 बजे तक भी बच्चों का कोई पता नहीं चला तो परिजन सहित ग्रामीण परेशान हो उठे, क्योंकि इन तीनों बच्चों की उम्र महज 9, 10 और 13 वर्ष थी। काफी तलाश करने के बाद भी जब बच्चे नहीं मिले तो ग्रामीणों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी।
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रविवार अलसुबह तलाब से मिले शव
लापता हुए तीनों बालकों को सभी जगह तलाश रहे पुलिस और परिजनों को रविवार सुबह ५ बजे सूचना मिली कि गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित छोटे तालाब के समीप बच्चों के कपड़े पड़े हुए है। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस और परिजनों ने तालाब में से बच्चों की तलाश शुरू की। वैसे तो तालाब बहुत छोटा था, लेकिन अवैध रूप से खनन करने वालों ने तालाब के बीच में बड़ा गड्ढा बना दिया। इसी गड्ढे में से एक-एक करके तीनों बालकों के शव बरामद किए गए। जैसे-जैसे तालाब से बालकों के शव निकले वैसे वैसे मौके पर मौजूद परिजनों की चीख पुकार मच गई। तीनों शवों को बाहर निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए कालापीपल अस्पताल लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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ये थे तीनों मासूम
इस हादसे में नैतिक पिता रामबाबू (9), अभिषेक पिता अमरसिंह बागरी (13) वर्ष और अभिषेक पिता आत्माराम (10) वर्ष की मौत हो गई। इसमें से अभिषेक पिता आत्माराम ग्राम दुपाड़ा का निवासी होकर अपने मामा के घर भूरिया खजुरिया में ही रहकर पढ़ाई कर रहा था।