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सिवनी

खेतों में दिन-रात घूम रहा टाइगर, दहशत में किसान

– कारीरात, मोहगांव, कोहका क्षेत्र में आया टाइगर, मवेशी हो रहे शिकार

सिवनीDec 29, 2024 / 07:27 pm

sunil vanderwar

गेहूं के खेत में बाघ के पंजे के निशान।

गेहूं के खेत में बाघ के पंजे के निशान।

सिवनी. जिले के घने और सुरक्षित वन क्षेत्रों में विचरण करने वाले बाघ (टाइगर) पिछले कुछ दिनों से सिवनी, बंडोल, छपारा के ऐसे इलाकों में घूम रहे हंै, जहां पहले कभी इनकी आमद नहीं देखी गई। खेतों में घूम रहे बाघ मवेशियों को शिकार बना रहे हैं। तो वहीं किसान और गांव के लोग दहशत में हैं।

जंगल से कई किलोमीटर दूर खेतों व आबादी क्षेत्र तक बाघ के पहुंचने के बाद ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है। बंडोल के गोरखपुर, सादक सिवनी के बाद शहर से 10 किमी दूर छिंदवाड़ा रोड़ स्थित कारीरात गांव में जंगल से भटके बाघ ने एक मवेशी का शिकार किया है। वन विभाग व किसानों की चिंता इस बात ने बढ़ा दी है कि जंगल से कई किमी दूर कारीरात गांव में हमलावर बाघ नाले और 10 एकड़ रकबे पर लगे गेहूं के खेत से होकर मुख्य सडक़ किनारे स्थित घर के पिछले हिस्से तक जा पहुंचा। मवेशी मालिक अंकित बघेल ने बताया कि गुरूवार रात घर के पिछले हिस्से के आंगन में बंधे एक भैंस के बछड़ा शुक्रवार सुबह गायब था।

भैंस को मारकर बाघ एक किमी तक खेतों में घसीटते ले गया। इसके निशान खेत में लगी गेहूं पर स्पष्ट दिख रहे हैं। निशान का पीछा करते हुए जब ग्रामीण खेतों से होकर नाले तक पहुंचे तो वहां पर भैंस का अवशेष ही बचा था। बाघ के पगमार्क खेतों में कई जगह पाए गए हैं। सूचना पर पहुंचे वन अमले ने खेतों में बने निशान बाघ के पंजों के होने की पुष्टि की है। शव का पंचनामा बनाकर मवेशी मालिक को मुआवजा राशि उपलब्ध कराने वन विभाग प्रकरण तैयार कर रहा है।

वन अधिकारियों का कहना है कि चूंकि बाघ अपना शिकार काफी मात्रा में खा चुका है। इसलिए बाघ के दोबारा घटनास्थल पर पहुंचने की संभावना कम है। सुरक्षा के मद्देनजर क्षेत्र के किसानों को शाम ढलने के बाद अकेले खेत नहीं जाने और सतर्क रहने के साथ ही पालतु मवेशियों को खुले स्थानों में रात में नहीं बांधने की समझाइश दी है। वन अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल से जंगल की दूरी अधिक है। ऐसे में संभावना है कि पालतु मवेशी का शिकार खाने के बाद बाघ वापस जंंगल की ओर चला गया है। हालांकि क्षेत्र में वन अमला लगातार गश्ती कर रहा है। वहीं बाघ को आबादी क्षेत्र से दूर रखने रात में कारीरात के खेतों के आसपास पटाखे भी फोड़े जा रहे हैं।
इनका कहना है-
घर के पीछे बंधे मवेशी को खेत और नाले से घसीटते हुए बाघ ने दूर ले जाकर पूरी तरह खा लिया है। पगमार्क देखकर हमलावर बाघ के वयस्क और ताकतवर होने का अनुमान है। शिकार खाने के बाद बाघ के खेतों से दूर जंगल लौटने की संभावना है। हालाकि क्षेत्र में वन अमला गश्ती कर रहा है। कुछ दिन पहले मोहगांव-कोहका क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट था। संभवत: इसी बाघ ने कारीरात में मवेशी का शिकार किया होगा। बाघ के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है।
देवेंद्र कुमार सोनी, वन परिक्षेत्र अधिकारी सिवनी

घर के पीछे चारों तरफ खेतों में गेहूं की फसल लगी है, जहां वर्तमान में सिंचाई का कार्य चल रहा है। ताकतवर बाघ भैंस को मारने के बाद एक किमी तक घसीटता ले गया है। खेती नमीयुक्त मिट्टी के साथ इसमें लगी फसल के बीच से शिकार को घसीटने का निशान दूर से ही दिख रहे हैं। इस घटना ने किसानों की चिंता और दहशत बढ़ा दी है। शाम होने पर क्षेत्र का कोई भी किसान अपने खेत नहीं जा पा रहा है।
बंशी ठाकुर, किसान कारीरात

वर्तमान समय में रबी फसल की सिंचाई चल रही है। रात में तीन फेस की बिजली मिलने के कारण किसानों को स्प्रिंकलर सेट का स्थान बदलने रात में खेत आना-जाना पड़ता है। कुछ किसान भी अस्थायी रूप से खेत के आसपास रहकर सिंचाई कार्य करवा रहे हैं। ऐसे में बाघ के खेत से होकर आबादी क्षेत्र तक पहुंचने की घटना से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है। वहीं फसलों की सिंचाई करना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है।
अंकित बघेल, मृत मवेशी मालिक

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