एसडीओ ने बताया कि बाघ की लास्ट लोकेशन देवरी कला और सडक़ सिवनी के पास 23 दिसंबर को मिली थी, इसके बाद से बाघ की कोई नई लोकेशन ट्रैक नहीं की गई है। उन्होंने क्षेत्र के किसानों और लोगों से कहा है कि कोई भी फर्जी वीडियो वायरल ना करें, किसानों को भी खेतों में जाते समय सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
कैमरा ट्रैप, ड्रोन से भी होगी तलाश
बाघ के मूवमेंट को लेकर देवरीकला और अन्य जगह जहां बाघ दिखाई दिया था, वहां अब ट्रैप कैमरा लगाने और ड्रोन सर्वे की तैयारी है। एसडीओ मनेंद्र सिंह ने कहा है कि यदि कहीं पर भी बाघ का मूवमेंट मिलता है तो उस क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे और ड्रोन से सर्वे कराया जाएगा, ताकि बाघ का पता लग सके। फिलहाल किसान और क्षेत्र को लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है, किसी भी तरह का वीडियो या फोटो आती है तो अधिकारियों से संपर्क कर पहले इसकी पुष्टि करना चाहिए, ताकि कोई फर्जी मैसेज या फोटो-वीडियो वायरल न हो। इससे लोग भयभीत होते हैं।