भांकरोटा अग्निकांड में झुलसे ग्राम जिलावड़ा निवासी सलीम बेग की जयपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ देने से उसके घर पर मातम पसरा है। सलीम की पत्नी मोमिना पर तो मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हादसे में तीन मासूमों के सिर से पिता का साया उठ गया। सबसे छोटा पुत्र दिलशाद मात्र दो माह का है, वहीं चार साल की आरजू और ढाई साल का दिलबाग समेत सलीम की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
सलीम के माता-पिता का इंतकाल पूर्व में हो गया। उसके चार भाई भी ड्राइवरी के पेशे से ही जुड़े हुए हैं। ट्रेलर पर जाने से पहले उसने पत्नी को अपनी व बच्चों की तबीयत का ध्यान रखने की बात कही। हादसे के 2 दिन पहले ही वह श्रीनगर से सीमेंट का ट्रेलर लेकर दादरी नोएडा गया था।
ट्रेलर में लदा माल खाली कर वापस लौटते समय भांकरोटा के पास हादसे की चपेट में आकर झुलस गया। वह श्रीनगर की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में पिछले 6-7 वर्षों से ड्राइवर की नौकरी कर रहा था। सरपंच रफीक शाह, उप सरपंच बरकत बेग, रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने उसके घर पहुंचकर परिजन को सांत्वना दी।
मिलेगी सरकारी सहायता
भांकरोटा अग्निकांड में मरने वालों के लिए प्रधानमंत्री ने दो-दो लाख, राजस्थान सरकार ने 5-5 लाख और बीपीसीएल ने 6- 6 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। गौरतलब है कि भांकरोटा अग्निकांड में झुलसे 33 जनों को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।