कृषि अभियांत्रिकी विशेषज्ञ इंजीनियर कुमार सोनी ने ड्रोन के छिडक़ाव करते समय रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में किसानों को जानकारी दी। बताया कि ड्रोन से छिडक़ाव मौसम की 50 प्रतिशत से अधिक आद्र्रता, 35 डिग्री से कम तापमान व आठ किमी प्रति घण्टे की हवा की गति से कम क्षेत्र स्थिति में ही छिडक़ाव किया जाना चाहिए। शासन के प्रमाणित ड्रोन चालक को क्षेत्र की समुचित जानकारी, रूकावट, पेड़, बिजली के तार आदि की जानकारी स्पष्ट रखना चाहिए व प्राथमिक उपचार की सभी व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए।
वैज्ञानिक डॉ. एनके सिंह ने किसानों को गेहूं व रबी के मक्के में आने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए उसके उपाय के विषय में बताया। अनिल बिरला ने गेहूं व मक्के में नैनो यूरिया के उपयोग से संबंधित जानकारी से किसानों को अवगत कराया। इस अवसर पर प्रदर्शन प्रक्षेत्र में कुकलाह गांव के किसान विजय बघेल, सुनील साहू, शुभम बघेल, व अन्य किसान उपस्थित रहे।