ग्रामीणों का दावा बाघिन के साथ हैं दो शावक
कान्हीवाड़ा वन परिक्षेत्र के कतरवाड़ा और इससे सटे इलाकों में दो दिनों से खबरें चल रही हैं कि खेतों में एक बाघिन दो शावकों के साथ घूम रही है। सोशल मीडिया पर कुछ फोटो-वीडियो प्रसारित हो रहे हैं, जिनको कतरवाड़ा क्षेत्र का बताया जा रहा है, इसके कारण लोग इस कदर घबराए हुए हैं, कि खेतों में भी नहीं जा पा रहे। हालांकि ये फोटो-वीडियो कहीं और के हैं, ऐसा दावा वन अधिकारी कर रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि खेतों में बाघिन और शावकों के पगमार्क भी देखे जा रहे हैं। जबकि वन अमला इन पगमार्क को लड़ैया या लकड़बग्घा का होना बता रहा है।
वन और पुलिस बल तैनात
कान्हीवाड़ा क्षेत्र के कतरवाड़ा के खेतों में बाघिन और शावकों के घूमने की खबरें क्षेत्र में इस कदर फैलीं कि वहां बड़ी तादाद में लोग एकत्रित होने लगे। तब वन और पुलिस अमले को भी वहां मोर्चा सम्भालना पड़ा। दो दिनों से लगातर वन परिक्षेत्र और कान्हीवाड़ा थाना पुलिस बल क्षेत्र में गश्ती कर रहा है। वहीं ग्रामीणों को भी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और सावधानी बरतने की समझाइस दी जा रही है।
दो दिन से खेतों में ड्रोन से सर्चिंग
वन अधिकारियों के निर्देशन में कतरवाड़ा क्षेत्र के 100 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में दो दिनों से ड्रोन कैमरा उड़ाकर सर्चिंग की जा रही है। जिसमें अब तक कहीं भी बाघिन या शावक नजर नहीं आए हैं। वहीं ग्रामीण ने कुछ फोटो वन अधिकारियों को दिखाए हैं, जिसमें यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि यह बाघ है या कोई और वन्यजीव। क्षेत्र में जो पगमार्क मिले हैं, वह छोटे आकार के हैं, जिन्हें वन अमला लड़ैया या लकड़बग्घा का होना बता रहा है।
इनका कहना है –
दो दिनों से वन अमले को कतरवाड़ा क्षेत्र में सर्चिंग पर लगाया है, ड्रोन भी उड़ाकर देखा जा रहा है, लेकिन बाघ या शावक का कोई मूवमेंट नहीं मिला है। पगमार्क भी लड़ैया के हो सकते हैं। कई अफवाह वाली फोटो-वीडियो भी क्षेत्र में चल रही हैं। अफवाह फैला रहे कुछ ग्रामीणों को हमने फटकारा भी है। लोग किसी भी तरह की अफवाह में न आएं।
विवेक बघेल, वन परिक्षेत्र अधिकारी, कान्हीवाड़ा