इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
इस घटना में सुनील पिता भीकनलाल पन्द्रे (38), राजेश पिता हंसलाल ककोड़े (32), बकाराम पिता सुदिया कवरे (57), गंगाप्रसाद पिता इतिया कारसर्पे (42), तुलसीराम पिता सूरज ककोड़े (46) सभी आरोपी कुरई थाना क्षेत्र के जीरेवाड़ा गांव के निवासी हैं। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। न्यायालय ने आरोपियों को 11 जनवरी तक रिमांड पर वन विभाग को सौंपा है। जिसमें घटना से संबंधित और भी खुलासा होने की संभावना है।
डॉग पहुंचा मुख्य आरोपी के घर
वारदात की बारीकी से जांच के लिए डॉग स्क्वॉड घटनास्थल पर बुलाया गया। तब डॉग घटनास्थल से सूंघते-सूंघते सीधे मुख्य आरोपी सुनील पन्द्रे के घर जा पहुंचा था। तब जांच दल ने उसके परिवार के लोगों से पूछताछ की, तो बताया कि वह घर पर नहीं है। उससे मोबाइल पर संपर्क किया पता चला कि वे महाराष्ट्र की ओर भाग गए हैं। तब उसे साधारण पूछताछ के बहाने से बुलवाया गया। इसी तरह उसके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई और एक-एक कर सभी को गांव बुलवाया गया। अलग-अलग बिठाकर पूछताछ में आरोपियों ने अपराध करना स्वीकार लिया। बाघिन के शिकारियों तक पहुंचाने में डॉग स्क्वॉड की अहम भूमिका रही। इसके अलावा गिरफ्तारी में कुरई परिक्षेत्र अधिकारी विलास डोंगरे, सतीराम उइके वनपाल, शारिक खान वनपाल, शत्रुघन मरकाम वनपाल, अशोक धुर्वे वनपाल, निमेश उके वनरक्षक, कपिल पटेल वनरक्षक, कमलेश कालोकार वनरक्षक, शंकर भारती वनरक्षक की अहम भूमिका रही।
घटनास्थल पर पहुंचे डॉग स्क्वॉड ने पहले दिन ही हमें मुख्य आरोपी के घर तक पहुंचा दिया था। जिससे आरोपियों के बारे में पता चल गया था, लेकिन वे सब महाराष्ट्र या अन्य जगह थे, तब उनको फोन कर बुलवाया गया। आरोपियों से रिमांड में पूछताछ कर रहे हैं, कुछ और खुलासे हो सकते हैं।
रजनीश सिंह, डिप्टी डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी