द सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंसेज ( CESSI) कोलकाता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च की सह-संस्था है। CESSI के वैज्ञानिकों ने 28 को ही दो खतरनाक स्पॉट देखे हैं। इन स्पॉट को वैज्ञानिकों ने नाम भी दिया है। इसके मुताबिक पहला स्पॉट AR 12975 और दूसरा स्पॉट AR12976 है।
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इस दिन धरती से टकराएगा
इस विस्फोट से निकलने वाली सौर लहर 31 मार्च 2022 को धरती से टकराएगी। माना जा रहा है कि इस सौर लहर की गति 21.85 लाख किलोमीटर प्रति घंटा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये दोनों स्पॉट एक्टिव हैं और M/X क्लास के सौर लहर पैदा कर रहे हैं।
तीसरी लहर AR 12978 ज्यादा तेज है। Cessi के फिजिसिस्ट प्रो. दिव्येंदु नंदी के मुताबिक इस सौर तूफान से इंसानों को घबराने की जरूरत नहीं है।
2019 से सक्रिय हुआ ये तूफान
वैज्ञानिकों के मुताबिक वर्ष 2019 से ही ये सोलर साइकिल सक्रिय हो चुका है। अभी 11 सालों तक यह ऐसे ही सक्रिय रहेगा. इसकी तीव्रता 2025 में ज्यादा रहने की उम्मीद है।
रेडियो ब्लैकआउट होने की आशंका
बता दें कि इसी साल जनवरी के महीने में ऐसी ही घटना घटी थी। तब सौर तूफान ने दक्षिणी भारत समेत दक्षिणी गोलार्ध के कई इलाकों पर असर डाला था। इससे रेडियो ब्लैकआउट (Radio Blackout) होने की आशंका जताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि, यह सौर तूफान सूरज के सक्रिय इलाके AR12929 से निकला था। यह इलाका सूरज और धरती की लाइन के ठीक सामने 71 डिग्री के कोण पर स्थित था। सौर तूफान को कोरोनल मास इजेक्शन (CME) कहते हैं।
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