बता दें कि दो दिन पहले ही एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें दिखाया गया था कि बड़खेरा बायोवेस्ट डिस्पोजल प्लांट में सिंगल यूज पीपीई किट को गर्म पानी में धोकर बंडल बनाकर कबाड़ी के माध्यम से सतना और भोपाल के खुले बाजार में दोबारा फ्रेश पीपीई किट के तौर पर बेचा जा रहा है। वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया है। मौके पर एसडीएम और पुलिस बल पहुंचा और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई। एसडीएम राजेश शाही ने मौके का निरीक्षण कर जांच की और कहा कि जांच के आधार पर जल्द ही फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- बड़ी लापरवाही, इस्तेमाल पीपीई किट को धोकर बेचा जा रहा बाजार में इस मामले में जांच कर रहे एसडीएम राजेश शाही का अब कहना है कि, “इस बात के सबूत अब तक नहीं मिले हैं कि किन दुकानों में पीपीई किट बेची गई है। फैक्ट्री द्वारा पीपीई किट को धोकर, सुखाकर उसे सैनिटाइज कर छोटे-छोटे टुकड़े कर भोपाल भेजा गया जो कि जांच में पाया गया लेकिन माल बाजार पहुंचा यह नहीं पाया गया।”
एसडीएम की इस सफाई के बाद क्षेत्रीय नागरिकों में चर्चा है कि प्राशासन की ओर से अब इस बड़े मामले को हल्के में लिया जाने लगा है। नागरिकों का कहना है कि प्रशासन इस मामले में बैकफुट पर आ गया है। पूरी तरह से अत्यंत गंभीर मामले में लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है।