जली हुई कार में मिला इस बड़े नेता का शव, सूचना मिलते ही लाव-लश्कर के साथ घर पहुंचे मुख्यमंत्री वसीम रिजवी के बयान पर ऑल इंडिया मिल्ली तंजीम अल फैज के अध्यक्ष मौलाना मुस्तफा ने कहा है कि बाबरी मस्जिद को लेकर वसीम रिजवी की बयानबाजी सरासर गलत है। इस तरह का बयान कोई पागल आदमी ही दे सकता है। उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी में समझदारी बिल्कुल भी नहीं है। इसलिए वह इस तरह की गलत बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का शख्स देश का गद्दार ही नहीं, बल्कि देश का सबसे बड़ा दहशतगर्द है। मौलाना ने कहा कि जो देश के माहौल को खराब करे और देश के अमन को बिगाड़ने की कोशिश करे, देश के बेशुमार लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाए, किसी भी धर्म के मानने वालों को या किसी भी धर्म के धर्मस्थलों को बुरा कहे तो वह देश का सबसे बड़ा गद्दार है। उन्होंने कहा कि ऐसे शख्स के खिलाफ भारत की सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि उनकी जुबान पर लगाम लग सके।
विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद अब इस परमवीर चक्र विजेता ने यूपी पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, सीएम योगी से की ये मांग ये कहा था सैयद वसीम रिजमी ने बता दें कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजमी ने बयान जारी कर कहा है कि हिंदुस्तान की जमीन पर बाबरी ढांचा कलंक है। उस कलंक को मस्जिद कहना सबसे बड़ा पाप है। वसीम रिजवी ने कहा कि मस्जिद के नीचे की खुदाई 137 मजदूरों ने की थी, जिसमें 52 मुसलमान थे। खुदाई के दौरान 50 मंदिर के स्तंभों के नीचे ईंटों का बनाया गया चबूतरा मिला था। मंदिर से जुड़े कुल 265 पुराने अवशेष भी मिले थे। इसी आधार पर भारतीय पुरातत्व विभाग इस निर्णय पर पहुंचा था कि ऊपरी सतह पर बनी बाबरी मस्जिद के नीचे एक मंदिर दबा हुआ है। वसीम रिजवी ने कहा कि सीधे तौर से माना जाए कि बाबरी ढांचा इन मंदिरों को तोड़कर इनके मलबे पर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस बात का उल्लेख केके मोहम्मद ने अपनी किताब ‘मैं भारतीय हूं’ में भी किया है। ऐसी स्थिति में बाबरी कलंक को जायज मस्जिद कहना इस्लाम के सिद्धांतों के विपरीत है।