हमें अपने मूल्यों पर और श्रेष्ठता पर गर्व करना होगा: शैलेंद्र जैन
हमें अपने मूल्यों पर एवं अपनी श्रेष्ठता पर गर्व करना होगा। वर्तमान में भारतीय ज्ञान परंपराओं को विश्व भर में अहिमियत मिल रही है। यह बात एक्सीलेंस गर्ल्स कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी के समापन अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष विधायक शैंलेद्र जैन ने कही।
एक्सीलेंस गर्ल्स कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन
एक्सीलेंस गर्ल्स कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी के समापन अवसर पर कार्यक्रम सागर. हमें अपने मूल्यों पर एवं अपनी श्रेष्ठता पर गर्व करना होगा। वर्तमान में भारतीय ज्ञान परंपराओं को विश्व भर में अहिमियत मिल रही है। यह बात एक्सीलेंस गर्ल्स कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी के समापन अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष विधायक शैंलेद्र जैन ने कही। भारतीय ज्ञान परंपरा में राजनीतिक चिंतन विषय पर संगोष्ठी राजनीति विभाग ने आयोजित की। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार के 20 लाख से अधिक विद्यार्थी भारतीय ज्ञान परंपरा की परीक्षा में शामिल होते है। मैंने विधानसभा अध्यक्ष से भी मध्यप्रदेश के पाठ्यक्रमों में भारतीय ज्ञान परंपरा को जुड़वाने के प्रयास करने का आग्रह किया है। भारतीय ज्ञान परंपरा वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ओत-प्रोत परंपरा है। मुख्य अतिथि सागर की सांसद लता वानखेडे ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा की सीमा असीम है, यह एक जीवन शैली है। आपने कहा कि राम का जीवन मर्यादा की श्रेणी में आता है, हमारा वैचारिक अनुष्ठान का चिंतन हैं। विशिष्ट अतिथि शासकीय कला एवं वाणिज्य अग्रणी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सरोज गुप्ता ने चार पुरूषार्थों को बताया। जनभागीदारी समिति अध्यक्ष मनीषा विनय मिश्रा ने महाविद्यालय में समय-समय पर होने वाले राष्ट्रीय सेमीनार के आयोजन को छात्राओं के लिए लाभकारी बताया। कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आनंद तिवारी ने कहा कि हमारे राजनीतिक चिंतकों से ही भारतीय ज्ञान परंपरा विद्यमान है। संयोजक डॉ. सुनीता त्रिपाठी ने आभार माना। संचालन डॉ. रजनी दुबे ने किया। डॉ. अंशु सोनी ने दोनों दिवसों में पढ़े गए शोध आलेखों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में डॉ. दीपक जॉनसन, डॉ. शैलेंद्र सकवार, डॉ. दीपक मोदी, डॉ. राजेश पटैल, डॉ. संदीप सबलोक, गिरीश लांबा, हिमांशु त्रिपाठी एवं शोधार्थियों ने प्रतिभागिता की।
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