शहर के भीतर रेडीमेड कपड़ों की दुकान में आधा दर्जन घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ाने वाले बदमाश सतना सिटी कोतवाली थाने में मार्च माह में पकड़े गए थे जिनके कब्जे से चोरी गई साडिय़ां बरामद हुई थी। पकड़े गए बदमाशों को समान थाने की पुलिस ने न्यायालय से पूछताछ के लिए रिमांड में लिया है। इस गिरोह ने पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किये है। गिरोह का सरगना कृष्णपाल दोहर पिता रामलहोदर निवासी सतना है जो अपनी जीप से पूरी वारदात को अंजाम देता था। गिरोह में उनके तीन अन्य सदस्य शामिल थे।
आरोपी अपनी गाड़ी में बुकिंग लेकर जाता था और इसी बहाने वह अलग-अलग स्थानों में दुकानों रेकी करता था। ऐसी दुकानों को टारगेट करता था जो बाजार अलग मोहल्लों में स्थित है। बाद में अपने गिरोह के साथ आकर उनमें वारदात को अंजाम देता था। दुकान के सामने गाड़ी खड़ी कर उसकी आड़ में ताला तोड़ता था और सारी साडिय़ां गाड़ी भरकर चंपत हेा जाता था।
इस गिरोह ने अकेले समान थाना क्षेत्र के नेहरु नगर, शारदापुरम सहित अन्य स्थानों में चार घटनाओं को अंजाम दिया था। इसके अतिरिक्त सिविल लाइन व सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में भी एक-एक घटना की थी। गिरोह में उसके अलावा आशीष दोहर पिता गनपत निवासी बांधी थाना सभापुर, तेज दोहर उर्फ दयाराम पिता रामभैया निवासी लालपुर थाना कोलगवां,कमलेश दोहपर पिता बाबूलाल निासी छुलहनी थाना कोलगवां शामिल है। पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर गिरोह के संबंध में जानकारियां जुटा रही है।
फेरी वाले से थी बदमाशों की सेटिंग
गिरोह का सरगना कृष्णपाल दोहर पहले सब्जी बेंचने का कारोबार करता था। उसकी मुलाकात फेरी व्यापारी नारायण साहू निवासी पथरहा थाना मनगवां से हुई थी जिसने उससे चोरी की साडिय़ां खरीदने का सौदा किया। उसके बाद आरोपी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर गिरोह तैयार किया और दुकानों में चोरियां शुरू कर दी। अकेले सतना जिले के नागौद, उचेहरा, कोठी, जैतवारा, सज्जनपुर में 15 वारदातों को अंजाम दिया है।