संजय गांधी अस्पताल में 6 जनवरी को एक 16 वर्षीय किशोरी को प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया था। 7 तारीख को किशोरी ने अस्पताल में एक नवजात शिशु को जन्म दिया। बच्चे को वार्ड में छोड़कर किशोरी परिजन समेत लापता हो गई। बिस्तर में अकेले पड़े नवजात शिशु को देखकर अस्पताल के कर्मचारियों ने जब परिजन की तलाश की तो उनका कोई पता नहीं चला। उसे बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
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वरना पुलिस करेगी नवजात का अंतिम संस्कार
घटना की सूचना एसजीएमएच चौकी पुलिस को दी गई है। किशोरी ने अपना पता सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र का लिखाया है। घटना की जानकारी रामपुर नैकिन थाने को दी गई। पुलिस जब संबंधित पते पर पहुंची तो उसके घर में ताला बंद था और पूरा परिवार लापता मिला। अभी तक किशोरी और उसके परिजन को कोई पता नहीं चल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि, किशोरी के साथ बलात्कार हुआ था और घटना को छिपाने के उद्देश्य परिजन जन्म के बाद नवजात शिशु को वार्ड में छोड़कर लापता हो गए। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है। अगर परिजन का पता नहीं चलता तो पुलिस ही बच्चे का अंतिम संस्कार करेगी।
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2 माह पूर्व भी हो चुकी है घटना
संजय गांधी अस्पताल में नाबालिग किशोरी के प्रसव का यह कोई पहला मामला नहीं है। 2 माह पहले भी एक किशोरी का प्रसव हुआ था जो जन्म के बाद नवजात शिशु को वार्ड में छोड़ कर चली गई थी। उसका कोई पता नहीं चल पाया है। इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई हैं, जिसके द्वारा नाबालिग किशोरी के प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती होने की सूचना पुलिस को नहीं दी गई।