ये भी पढें – एमपी में नया पश्चिमी विक्षोभ, राहत या आफत जानिए कैसा होगा असर डर से रेशमा ने 22 हजार रुपए ट्रांसफर भी कर दिए। बावजूद इसके बदमाशों ने उन्हें गिरफ्तार कर रखा और पूरी रकम देने का दबाव बनाते रहे। रेशमा के पास और पैसे नहीं थे। धमकियों से घबराकर उन्होंने घर में रखा कीटनाशक पी लिया। गंभीर हालत में अस्पताल ले गए, जहां उनकी मौत हो गई।
ठगों ने दो वीडियो भेजकर शिक्षिका को धमकाया
ठगों (Digital Arrest)ने शिक्षिका रेशमा को दो वीडियो भेजे। पहला 29 और दूसरा वीडियो 49 सेकंड का था। उसमें ठग पुलिस-सेना के अधिकारी बनकर महिला को डरा रहे थे। एफआइआर की धमकी देते हुए जेल भेजने को कहा। सायरन वाले ऑडियो भेजे और जल्द पैसा नहीं डालने पर पुलिस टीम के पहुंचने की बात कही।
इंस्पेक्टर को 29 दिन अरेस्ट में रख 71 लाख ऐंठे
ग्वालियर में बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के इंस्पेक्टर को सायबर ठगों ने 29 दिन तक डिजिटल अरेस्ट(Digital Arrest) में रखा। जेल की धमकी दी और 71 लाख रुपए ऐंठ लिए। टेकनपुर निवासी बसार अहमद ने ग्वालियर पुलिस से शिकायत की है। ठगों ने उन्हें 3 दिसंबर को कॉल कर उनके नाम की सिम से मनी लॉड्रिंग के आरोप लगाए। मुंबई सायबर सेल की पहचान बताई और पूरा माह इशारों पर नचाया। इस बीच मानसिक रूप से प्रताड़ित सेना के अफसर से केस रफा-दफा करने पहले 15 लाख फिर धमकाकर 70 लाख 29 हजार 990 रुपए लूट लिए। बीएसएफ अफसर ने ठगों को रुपए देने फ्लैट-जमीन तक बेच दी। इस बीच बेटे को भनक लगने के बाद सायबर ठगों की करतूत का खुलासा हुआ।