मंगला गौरी व्रत पूजा विधि
व्रत वाले दिन सुबह जल्दी नित्य कर्मों से निपटकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद घर के मंदिर की साफ-सफाई करके गंगाजल छिड़ककर पवित्र करें। फिर वहां एक लकड़ी की चौकी रखकर उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और मां गौरी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
तत्पश्चात गौरी माता के सामने आटे से बना हुआ दीपक जलाएं। फिर फल, फूल, कुमकुम, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करके मां गौरी का पूजन करें। इसके बाद गौरी माता की आरती उतारें और मां गौरी से हाथ जोड़कर अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देने की प्रार्थना करें। शास्त्रों के अनुसार इस व्रत में एक समय भोजन किया जाता है।
मंगला गौरी मंत्र
हिंदू धर्म शास्त्रों में मां गौरी के रूप को बहुत ही शांत और मनोहरी बताया गया है। मान्यता है कि मां गौरी की पूजा में इन मंत्रों के जाप से प्रसन्न होकर वह अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेती हैं…
ॐ गौरी शंकराय नमः
ॐ श्री मंगला गौरी नमः