शुक्र यंत्र के फायदे
ज्योतिष अनुसार जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा हो उन्हें शुक्र यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। इससे जीवन में सुख-संपन्नता आती है। रिश्तो में आपसी तालमेल और प्रेम बढ़ता है। साथ ही जातक के मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
इसके अलावा शुक्र यंत्र की स्थापना से व्यक्ति के अंदर व्यापार में सही निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। वहीं जिन महिलाओं को प्रजनन करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है उन्हें भी शुक्र यंत्र की स्थापना से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
वहीं माना जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर होती है उन्हें आंखों, जननांग और डायबिटीज संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। इसमें भी शुक्र यंत्र काफी लाभकारी माना जाता है।
शुक्र यंत्र की स्थापना कैसे करें
घर या दफ्तर में उचित दिशा के निर्धारण के बाद शुक्र यंत्र की स्थापना के लिए शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर शुक्र यंत्र को अपने सामने रखें और फिर 11 बार शुक्र के बीज मंत्र ॐ द्राम द्रीम द्रौम सः शुक्राये नमः का जाप करें।
इसके बाद शुक्र यंत्र पर गंगाजल छिड़ककर और शुक्र देव से हाथ जोड़कर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें। ध्यान रखेंगे कि शुक्र यंत्र की स्थापना के बाद रोजाना इसे धोकर पूजा करें। पर्स में रखने या गले में धारण करने से पहले भी शुक्र यंत्र का उपरोक्त विधि से पूजन करें।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)