चंद्र ग्रह
कुंडली में चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए रसोई घर में कभी चावल की कमी ना होने दें। इसके अलावा दूध और उससे बनी चीजें, गन्ना तथा शक्कर जैसे पदार्थों को आहार में शामिल करने से भी चंद्र ग्रह को मजबूती मिलती है।
मंगल ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में मंगल को व्यक्ति के जीवन में साहस पराक्रम का कारक माना गया है। ऐसे में कुंडली के मंगल को प्रबल बनाए रखने के लिए आहार में गुड़, मसूर की दाल और जौ को शामिल करें। साथ ही मसूर की दाल और चीनी का दान करने से भी मंगल के शुभ प्रभाव में वृद्धि की मान्यता है।
बुध ग्रह
व्यक्ति की बुद्धि और वाणी का कारक ग्रह बुध को माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार के दिन पक्षियों को हरी मूंग खिलाने से बुध ग्रह को मजबूती मिलती है।
बृहस्पति ग्रह
कुंडली में बृहस्पति ग्रह के कमजोर होने पर पीली चीजें जैसे हल्दी, चना, बेसन, फल और मक्का आदि को अपने भोजन में शामिल करें।
शुक्र ग्रह
शुक्र ग्रह को मजबूत बनाने के लिए मिश्री, सफेद शलजम और त्रिफला का सेवन शुभ होता है।
शनि देव
ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्म और न्याय देवता की संज्ञा दी गई है। यदि कुंडली में शनि ग्रह अशुभ प्रभाव में हो तो अपने घर की पश्चिम दिशा में सरसों के तेल को स्टोर करके रखें। इसके अलावा हर शनिवार को शनि देव मंदिर में सरसों के तेल का दान शुभदायी माना गया है।
राहु-केतु ग्रह
जातक की कुंडली में राहु तथा केतु ग्रह को छाया ग्रह कहा जाता है। इन ग्रहों की पीड़ा से बचने के लिए सरसों, उड़द की दाल और तिल का सेवन शुभ माना जाता।