दरअसल, ये मामला मिलक कोतवाली क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का है। जहां 16 फरवरी को विद्यालय की वाॅर्डन योगिता चौहान ने कक्षा आठ में पड़ने वाली एक छात्रा की सिर्फ इसलिए बेरहमी से पिटाई कर दी, क्योंकि वह अपने बाल काढ़ रही थी। इस पिटार्इ से छात्रा के हाथ की हड्डी टूट गर्इ। इसके बाद वाॅर्डन कार्रवार्इ के डर से यह बात छात्रा के परिजनों को भी नहीं बतार्इ आैर खुद ही छात्रा के हाथ का इलाज करवाना शुरू कर दिया। करीब 12 दिन पहले जब छात्रा के पिता उससे मिलने हाॅस्टल पहुंचे तो उन्हें घटना का पता चला। यह सुनते ही वे बड़ी मुश्किल से बेटी को विद्यालय से निकालकर पुलिस के पास पहुंचे। छात्रा के पिता ने पुलिस को शिकायत देते हुए आरोपी वाॅर्डन के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है। इसके अलावा उन्होंने एक शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को भी दी है। पिता का कहना है कि उनकी बेटी काफी डरी हुर्इ है। इसलिए स्कूल भी नहीं जा रही है। वहीं उसका हाथ अभी भी काम नहीं कर पा रहा है।
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि प्रकरण की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है। जांच पूरी होते ही आरोपी वाॅर्डन के खिलाफ उचित कार्रवार्इ की जाएगी। वहीं एडिशनल एसपी अरुण कुमार ने बताया कि छात्रा अपने पिता के साथ कोतवाली मिलक आर्इ थी। जहां उन्होंने एक लिखित तहरीर में कस्तूरबा विद्यालय की वाॅर्डन पर डंडे से पिटाई का आरोप लगाया है। मामले में एनसीआर लेकर जांच की जा रही है। जांच के बाद भी अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।