अब आपको अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर से खुद ही सिलेंडर की बुकिंग करनी होगी। जिसमें मोबाइल पर एक कोड आएगा, जिसे बताने के बाद ही सिलेंडर दिया जाएगा। ग्राहकों को सिलेंडर लेने के लिए अब डीएसी यानि डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड बताना अनिवार्य है। पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
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अकोदिया रोड स्थित योगिता गैस एजेंसी संचालक, मैनेजर अजय ने बताया कि गैस सिलेंडरों की डिलवरी के लिए अब पंजीकृत मोबाइल नंबर पर कोड आएगा। जिसके बाद ही सिलेंडर उपलब्ध होगा। उपभोक्ता अपने सब्सिडी वाले अकाउंट में सब्सिडी की राशि मिली या नहीं ये भी मोबाइल से ही चेक कर पाएंगे।
इसके दो तरीके है जिसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और एलपीजी कनेक्शन आइडी दोनों से सब्सिडी की जांच कर सकते है। माय एलपीजी डॉट इन की वेबसाइट पर जाए, यहां 17 डिजिट का एलपीजी आईडी नंबर दर्ज कर लॉगिन करे। रजिस्टर्ड नंबर पर ओटीपी आएगा और आगे की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुकिंग हिस्ट्री और सब्सिडी की जानकारी ले सकेंगे।
ग्राहकों को समझा रहे नई व्यवस्था
कंपनी ने नई व्यवस्था लागू कर दी है। लेकिन लोगों में डिलेवरी कोड बताने से डर रहे है। हम उपभोक्ताओं को नई व्यवस्था की जानकारी दे रहे है। फिलहाल 25 प्रतिशत ग्राहक इस व्यवस्था का पालन कर रहे है। -रेणुका बंशकार, संचालक भारत गैस एजेंसी सारंगपुर
नई व्यवस्था के कई फायदे, रुकेगी हेराफेरी
एजेंसी संचालक रेणुका बंशकार ने बताया कि कोड ओटीपी की वजह से सिलेंडर असली ग्राहक को ही मिलता है। जिससे सिलेंडर की डिलीवरी में होने वाली गड़बड़ियों से बचा जा सकता है। ऐसे में गैस सिलेंडर की कालाबाजारी भी रुकेगी। साथ ही ग्राहकों के खातों में सब्सिडी पहुंचने में भी आसानी होगी। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने एडवाइजरी जारी की है। साथ ही उपभोक्ता को जागरूक करने ये भी अपील की है कि इस मामले में ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए अनजान व्यक्ति को गैस डिलीवरी नंबर जुड़वाने के नाम पर ओटीपी मांगे तो न बताए।