मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को रविवार शाम में मुंबई की किला कोर्ट (Esplanade Court) में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी गुरमेल सिंह को 21 अक्टूबर तक मुंबई क्राइम ब्रांच की हिरासत में भेज दिया। जबकि धर्मराज कश्यप को पुलिस हिरासत में नहीं भेजा गया। दरअसल धर्मराज ने खुद के नाबालिग होने का दावा किया, जबकि पुलिस ने कहा कि आधार कार्ड में दिए जन्म तिथि के अनुसार वह वारदात के समय बालिग था। हालांकि कोर्ट ने धर्मराज को क्राइम ब्रांच की हिरासत में नहीं भेजा और ऑसिफिकेशन टेस्ट (Ossification Test) के बाद फिर से पेश करने का निर्देश दिया।
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मिर्च स्प्रे करने के बाद गोली मारने की थी योजना! बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, 15 टीमें जांच में जुटीं मुंबई पुलिस ने धर्मराज कश्यप का बोन ऑसिफिकेशन टेस्ट करवाया है, जिसके बाद उसके बालिग होने की पुष्टि हो गई है। बताया जा रहा है कि धर्मराज को आज फिर किला कोर्ट में पेश कर क्राइम ब्रांच उसकी हिरासत की मांग करेगी।
बता दें कि ऑसिफिकेशन टेस्ट एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की हड्डियों के संलयन की डिग्री का विश्लेषण करके उसकी उम्र का अनुमान लगाती है। यह उम्र निर्धारित करने का एक लोकप्रिय तरीका है।
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पुलिस की 15 टीमें मामले की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल शुभम लोनकर के 28 वर्षीय भाई प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया गया है। वह उन साजिशकर्ताओं में से एक है, जिसने शुभम लोनकर के साथ मिलकर धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को साजिश में शामिल किया था। आगे की जांच जारी है। इस मामले में एक आरोपी की पहचान मोहम्मद जीशान अख्तर (Mohammad Zeeshan Akhtar) के तौर पर हुई है। एनसीपी नेता पर सबसे पहले फायरिंग करने वाले शूटर शिव कुमार गौतम (Shiv Kumar Gautam) की भी पुलिस तलाश कर रही है।