महंगाई का पारा हाई: टमाटर- हरी मिर्च रुपए 100, राहर दाल भी अब रुपए 155
Chhattisgarh News: रायपुर। मानसून ने राहत की बारिश लाई। अब यही राहत किचन के बजट पर भारी पड़ रहा है। हफ्तेभर पहले तक 50-60 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 100 रुपए के दाम पर पहुंचकर लाल हो गया है, तो हरी मिर्च के दाम में भी आग लगे हुए हैं। यह भी बाजार में 100 से 110 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में ज्यादातर टमाटर की सप्लाई बेंगलुरु से होती है। पहले बिपरजोय चक्रवात और अब मानसून की आमद के साथ वहां की फसल काफी बर्बाद हो गई है। ऐसे ही पिछले साल काफी नुकसान होने की वजह से किसानों ने इस बार कम खेती की थी। यही वजह है कि अभी टमाटर की आवक काफी कम हो गई है। सब्जी मंडी के व्यापारियों ने बताया कि पहले जहां रोज 20 गाड़ी टमाटर आता था। मंगलवार को रायपुर मंडी में केवल 6 गाड़ियां ही आईं। इन परिस्थितियों के चलते अनुमान है कि अगले एक हफ्ते तक टमाटर के भाव कम नहीं होने वाले हैं।
1 किलो की जगह 1 पाव आधा किलो ही खरीदारी पुरानी बस्ती में रहने वाली रीता श्रीवास्तव ने बताया कि बाजार जातीं तो पहले वे 1 से 2 किलो टमाटर खरीदकर लाती थीं। दाम बढ़ने के चलते अब वे 1 पाव या आधा किलो ही टमाटर खरीद रहीं हैं।
राहत की उम्मीद कम पिछले 5 सालों में हमने सब्जियों के भाव इतने बढ़ते हुए कभी नहीं देखे हैं। अभी जो हालत है, उसके हिसाब से उम्मीद नहीं है कि एक हफ्ते के भीतर भाव कम होंगे।
– टी श्रीनिवास रेड्डी, अध्यक्ष, राजधानी थोक सब्जी मंडीआटे-दाल के दाम बढ़े, कलेक्टर ने दिए निगरानी के आदेश तीन माह में दाल और आटे की कीमत 30 से 40 फीसदी बढ़ गई है। अब दाल की कीमत में 40 से 50 रुपए तक का इजाफा हो गया है। 100 रुपए प्रति किलो मिलने वाली तुअर दाल अब 155 रुपए मिल रही है। आटा खुले बाजार में 38-40 रुपए और ब्रांडेड पैक में 45-55 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
व्यापारियों ने कहा, अभी 5 रुपए तक और कीमत बढ़ सकती है। बाजार में कई लो क्वालिटी की दाल भी उपलब्ध है। वह 100 रुपए किलो मिल रही है। केंद्र ने राज्य सरकारों को एडवायजरी जारी कर दाल और गेहूं के थोक व्यापारियों के स्टॉक की निगरानी के आदेश दिए हैं। राजधानी में खाद्य विभाग की टीम जांच के लिए नहीं निकली है। व्यापारियों ने दाल का स्टॉक जमा कर लिया है। 10 दिन की बात करें तो दाल की कीमत 10 रुपए तक बढ़ी है। पिछले महीने तक दाल 85 से 115 रुपए किलो बिक रही थी, अभी 100 से 150 रुपए किलो हुई है। दाल के दाम बढ़ने का कारण कम आवक को माना जा रहा है।
थोक दुकानों की निगरानी नियमित रखने को कहा गया है। खाद्य विभाग की टीम इसके लिए निकल रही है। दाल और गेहूं का स्टॉक चेक करने के लिए निर्देशित किया जाएगा। – डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, कलेक्टर रायपुर
गेहूं और दाल की फसल इस बार अच्छी नहीं हुई है। दाल की फसल दिसंबर मे आएगी तब कीमत कम होने के आसार हैं। गेहूं की कीमत अब अगले साल की फसल आने के बाद ही कम हो सकती है।